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🔥 ओ३म्....! 🌷आर्य कौन.. ?, हिन्दू कौन....?

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                                               🔥 ओ३म्....!              🌷आर्य कौन..  ?, हिन्दू कौन....? 🗣️👇✍️गुलशन कुमार समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 13 अक्टूबर, 2020 ) । 🌷 यूँ तो हमारे धार्मिक ग्रन्थ, वेद उपनिषद महाभारत रामायण आर्य की अनेको परिभाषा देते है । योग्य, धार्मिक, गुणी, श्रेष्ठ, कर्मनिष्ठ, आस्तिक, उपासक आदि । परन्तु सरल शब्दों में कहे तो जो वेद आज्ञाओं को सम्मान दे , उनका यथायोग्य पालन करे वही आर्य है । सभी धार्मिक मनुष्य यह जानते है कि वेद ईश्वरीय ज्ञान है जो सृस्टि के आरम्भ में मनुष्यों को चार ऋषियों के माध्यम से मिला । इस ज्ञान को याद करके ज्यों का त्यों सुरक्षित रखा गया , लेश मात्र भी अंतर एक मात्रा का भी नही आया । यह ज्ञान सीखने जब एक बालक गुरुकुल में प्रवेश लेता है तब गुरु उसका यज्योपवीत संस्कार करता है और उसे आर्य की उपाधि देता है।  अर्थात आज से यह बालक वेद विज्ञान सीखने की राह पर चल पड़ा , अपनी योग्यता के आधार पर ये जितना अधिक सीखेगा उतना सम्मान पायेगा  👉जो चारों वेदों को जान लेगा तो वो ब्राह्मण कहलायेगा।  👉वेदों की शस्त्र विद्या

🕉️🙏ओ३म् सादर नमस्ते जी 🕉️🙏 🌷🍃आपका दिन शुभ हो 🌷🍃

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                     🕉️🙏ओ३म् सादर नमस्ते जी 🕉️🙏             🌷🍃आपका दिन शुभ हो 🌷🍃                           🌹 ओ३म्  ....!                      🌷 वैदिक प्रश्नोत्तर 🌷                        ============= ✍️गुलशन कुमार  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 08 अक्टूबर, 2020 ) ।  दिनांक  - - ०८ अक्तूबर २०२० दिन  - - गुरूवार  तिथि  - - षष्ठी  नक्षत्र  - - मृगशिरा  पक्ष  - - कृष्ण  माह  - - आश्विन (द्वितीया)  ऋतु  - - शरद  सूर्य - - दक्षिणायन सृष्टि संवत  - - १,९६,०८,५३,१२१ कलयुगाब्द  - - ५१२१ विक्रम संवत  - - २०७७ शक संवत  - - १९४२ दयानंदाब्द  - - १९६                            🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁                                         🔥 ओ३म्  ....!                                  🌷 वैदिक प्रश्नोत्तर 🌷                                   ============== 🌷प्रश्न  :- वेदों की उत्पत्ति कब हुई  ? 💐 उत्तर:- वेदों की उत्पत्ति सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा द्वारा लगभग १ अरब, ९६ करोड़ , ०८ लाख, ५३ हजार १२० वर्ष पूर्व हुई थी।  🌷 प्रश्न:- वेद-ज्ञान के

🔥योगेश्वर श्री कृष्ण का सत्य स्वरूप 🔥 🤝✍️Gulshan kumar

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              🔥योगेश्वर श्री कृष्ण का सत्य स्वरूप 🔥                🔥योगेश्वर श्री कृष्ण का सत्य स्वरूप 🔥                                                                                     ✍️🌹 Gulshan kumar जनक्रान्ति कार्यालय समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज कार्यालय 12 अगस्त,2020 ) ।     ✍️👉🌷भारत देश की विशेषता और सौभाग्य रहा है कि इसे ऋषि, मुनि,ज्ञानी, तपस्वी प्रेरक महापुरुषों की विरासत व परम्परा मिली है। इनमें योगीराज श्री कृष्ण का नाम बड़ी श्रद्धा सम्मान और पूज्यभाव में लिया जाता है। श्रीकृष्ण पुण्यात्मा,धर्मात्मा, तपस्वी, त्यागी, योगी, वेदज्ञ, निरहंकारी, कूटनीतिज्ञ, लोकोपकारक आदि अनेक गुणों व विशेषणों से विभूषित थे। वे मानवता के रक्षक, पालक और उद्धारक थे। उनका उद्देश्य था - धर्मात्माओं की रक्षा हो और पापी, अपराधी, तथा दुष्ट प्रकृति के लोगों का दलन हो।    संसार के इतिहास में श्रीकृष्ण जैसा निराला विलक्षण, अद्धभुत, अद्वितीय, विश्वबंधुत्व जैसा महापुरुष नहीं मिलेगा। यदि किसी महापुरुष में वेद, दर्शन, योग , अध्यात्म, संगीत, कला, राजनीति, कूटनीति आदि सभी एक स्

🔥 ओ३म् 🔥 🌹आर्य समाज हिंदू विरोधी कैसे...???🌹

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                                                🔥 ओ३म् 🔥          🌹आर्य समाज हिंदू विरोधी कैसे...???🌹                                                                                     ✍️🙏 Gulshan kumar                                          🔥 ओ३म् 🔥           🌷आर्य समाज हिंदू विरोधी कैसे...???🌷 👉☝️ आर्य समाज ये नहीं मानता कि श्रीकृष्ण जी माखन चोर थे, गौएँ चुराते थे,  गोपियों संग रास रचाते थे,  राधा संग प्रेम प्रसंग में लिप्त थे,  कुब्जा दासी से समागम किए थे,  ईश्वर का अवतार थे ।✍️  👉 बल्कि ये मानता है कि वे जन्म से लेकर ४८ वर्ष तक ब्रह्मचारी थे,केवल एक रुक्मणी से विवाह करके भी उसके साथ विष्णु पर्वत पर उपमन्यु ऋषि के आश्रम में १२ वर्ष ब्रह्मचर्य तप करके अपने समान तेजस्वी पुत्र प्रद्युम्न को पैदा किया, योगेश्वर होने से वे नित्य ईश्वरोपासना,प्राणायाम, संध्या, अग्निहोत्र आदि करते थे,  अनेकों प्रकार की युद्ध कलाओं में दक्ष थे,उनका प्रिय शस्त्र सुदर्शन चक्र था, महान विचारक थे, अद्वितीय योद्धा थे, भारतवर्ष के समस्त गणराज्यों को यादवों के संघर्ष तले एक करने वाले महान रा