🔥सोलह संस्कारों का प्रयोजन ..॥🔥
🔥सोलह संस्कारों का प्रयोजन ..॥🔥 🔥सोलह संस्कारों का प्रयोजन ..॥🔥 ✍️👉 गुलशन कुमार जनक्रान्ति कार्यालय समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 22 अगस्त, 2020 ) । 🌷१:- गर्भाधान संस्कार - युवा स्त्री-पुरुष उत्तम् सन्तान की प्राप्ति के लिये विशेष तत्परता से प्रसन्नतापूर्वक गर्भाधान करे। 🌷२:- पुंसवन संस्कार - जब गर्भ की स्थिति का ज्ञान हो जाए, तब दुसरे या तीसरे महिने में गर्भ की रक्षा के लिए स्त्री व पुरुष प्रतिज्ञा लेते है कि हम आज ऐसा कोई कार्य नहीं करेंगे जिससे गर्भ गिरने का भय हो। 🌷३:- सीमन्तोन्नयन संस्कार - यह संस्कार गर्भ के चौथे मास में बच्चे की मानसिक शक्तियों की वृद्धि के लिए किया जाता है इसमें ऐसे साधन प्रस्तुत किये जाते है जिससे स्त्री प्रशन्न रहें। 🌷४ :- जातकर्म संस्कार - यह संस्कार बालक के जन्म लेने पर होता है। इसमें पिता या वृद्ध सोने की सलाई द्वारा घी या शहद से जिह्वा पर ओ३म् लिखते हैं और का