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लॉकडाउन को लेकर न्यायिक कार्य बंद होने से अधिवक्ता कुछ भी करने पर मजबूर

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  लॉकडाउन को लेकर न्यायिक कार्य बंद होने से अधिवक्ता कुछ भी करने पर मजबूर जनक्रांति कार्यालय से राज्य विधि चीफ ब्यूरो रविशंकर चौधरी अधिवक्ता की रिपोर्ट    वकील अपनी वकालत छोड़ कर रहा है राजमिस्त्री का कार्य            पटना, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 14 मई, 2021 )।  बिहार राज्य के समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड के रामभद्रपुर खजूरी पंचायत के एक अधिवक्ता का तस्वीर काफी तेजी से राजमिस्त्री का काम करते हुए वायरल हो रहा है अधिवक्ता की व्यवस्था यह है कि न्यायिक कार्य बंद होने से घर चलाना मुसीबत  सा हो गया है । इस लिऐ वर्तमान दिनों में ऐ राजमिस्त्री का काम करके ₹500 प्रतिदिन 5 घंटा राजमिस्त्री का दिहारी लेकर अपना परिवार किसी तरह से चला रहे हैं । लेकिन सरकार को इससे क्या लेना देना । जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा राज्य विधि चीफ ब्यूरो रविशंकर चौधरी अधिवक्ता की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित । 

बिहार राज्य के 40 हजार वकील बेरोजगारी के कगार पर केन्द्र सरकार मौन क्यों..???

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  बिहार राज्य के 40 हजार वकील बेरोजगारी के कगार पर केन्द्र सरकार मौन क्यों..???     जनक्रान्ति कार्यालय से स्टेट ब्यूरों विधि चीफ रविशंकर चौधरी की रिपोर्ट  वकीलों की पेट पर गिराया कोरोना ने ड्राम भूखे मरने पर हैं मजबूर  पटना, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 28 दिसम्बर, 2020 ) । बिहार राज्य में करीब एक लाख वकील है ।  ' लेकिन अदालतों में पिछले करीब-09 महीने से-फेस टू फेस सुनवाई नहीं होने के चलते ' इस पेशे से जुड़े लोगों की आय पर बहुत बुरा असर पड़ा है। कोरोना काल में न्याय पाने की उम्मीद में दर-दर भटक रहे ' आम लोगों के साथ-साथ वकालत के व्यवसाय से जुड़े लोगों की परेशानी भी बढ गयी है। बिहार में लंबित मुकदमें की संख्या भी बढ़ती जा रही है । ' बिहार राज्य के अदालतों में करीब 30 लाख से अधिक मुकदमें लंबित है और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। सिर्फ़ पटना हाईकोर्ट में ही-लम्बित मामलों की संख्या ' एक लाख 65 हजार से अधिक है  ' जबकि निचली अदालतों में- 29 लाख मामले सुनवाई की प्रतीक्षा में है। कोरोना के चलते 'होली की छुट्टी के बाद से ही- हाईकोर्ट और अधीनस्थ न