Posts

Showing posts with the label ज्योतिष विद्या

ज्योतिष विद्या में भी एक सही... जिस तरह से एक अच्छे डॉक्टर की सभी को तलाश होती है ठीक वैसे ही ज्योतिष विद्या में भी एक सही ज्योतिषी बड़ी कठनाई से मिलता है :✍️ पंकज झा शास्त्री

Image
  ज्योतिष विद्या में भी एक सही... जिस तरह से एक अच्छे डॉक्टर की सभी को तलाश होती है ठीक वैसे ही ज्योतिष विद्या में भी एक सही ज्योतिषी बड़ी कठनाई से मिलता है :✍️ पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट क्या ज्योतिष शास्त्र पर विश्वाश किया जा सकता है..? दोस्त मैं कहना चाहूंगा कि ज्योतिष एक विज्ञान है, ये गणितीय और खगोलिय शास्त्रो पर आधारित है : पंकज झा शास्त्री समस्तीपुर/मधुबनी,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 07 दिसंबर, 2021)  । यह सत्य है कि ज्योतिष एक पूर्ण विज्ञानं है ,लेकिन इसका ज्ञान कुछ लोगों द्वारा भ्रामक फेलाया जा रहा है जिस कारन इसका असर पूरी तरह से नहीं हो पाता , जिस तरह से एक अच्छे डॉक्टर की सभी को तलाश होती है ठीक वैसे ही ज्योतिष विद्या में भी एक सही ज्योतिषी बड़ी कठनाई से मिलता है ,लेकिन यकीन मानिये एक अच्छा ज्योतिषी आपके ९०% समस्या को सुलझाने में मदद कर सकता है बस उपाय आपको सही से करने होंगे इस विद्या में ग्रहों को शरीर के अंगो का प्रतीक बनाया गया है और जो ग्रह ख़राब होगा वही अंग शरीर का मुश्किलें बढ़ाएगा , जैसे किसी का बुध बहुत अच्छा है तो वो बुद्धिमान

जनक्रांति विचार... बहुत दुर्भाग्य से कहने में मुझे कोई हिचक नहीं होती कि यह देश लुट चुका है और लुटेरे हमारी लूटी हुई चीजों का ले रहे हैं मजा : ज्योतिष पंकज झा शास्त्री

Image
  जनक्रांति विचार... बहुत दुर्भाग्य से कहने में मुझे कोई हिचक नहीं होती कि यह देश लुट चुका है और लुटेरे हमारी लूटी हुई चीजों का ले रहे हैं मजा : ज्योतिष पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट  अपने सूक्ष्म अध्यन के माध्यम से ही ज्योतिष के माध्यम से सफल होने का पुर्ण प्रयत्न कर रहा हूं : पंकज झा शास्त्री  मधुबनी,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 08 जुलाई,2021)।  बहुत दुर्भाग्य से कहने में मुझे कोई हिचक नहीं होती कि यह देश लुट चुका है और लुटेरे हमारी लूटी हुई चीजों का मजा ले रहे हैं !वही हाल ज्योतिष का है, चिकित्सा का, शिक्षा का और भारत देश की मूल, शुद्ध पुरातन संस्कृति का है ! सब नष्टप्राय है और मात्र आडम्बर बचा है । इसलिए अगर कोई इस विद्या को झूठ बताता है तो वो इसलिए है कि इस क्षेत्र में आज 99 या 95% धूर्त, पाखंडी,धोखेबाज आदमी ही विद्यमान हैं ! पर, आदमी गलत हो सकता है, हमारे महान पुरखों द्वारा प्रदत्त विद्या गलत नहीं है ! आर्यभट्ट, वराहमिहिर, कालिदास, नागार्जुन, बौधायन, महावीराचार्य, ब्रह्मगुप्त इत्यादि अनेकों महान ज्ञानियों द्वारा शोधित ज्ञान हरि-विक्रम द्