बिहार की शिशु मृत्यु दर 3 अंक घटकर हुयी राष्ट्रीय औसत के बराबर • सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
बिहार की शिशु मृत्यु दर 3 अंक घटकर हुयी राष्ट्रीय औसत के बराबर • सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे की रिपोर्ट से हुआ खुलासा • नवजात मृत्यु दर में भी 3 अंकों की आयी कमी • अंडर-5 मृत्यु दर में भी आई 4 अंकों की कमी • एक वर्ष में 9739 नवजातों एवं 12985 अंडर-5 बच्चों की जान बचाने में मिली सफ़लता • राज्य में 60% से अधिक संस्थागत प्रसव सरकारी अस्पतालों में सहरसा ब्यूरो बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट सहरसा,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 28, जून,2020 ) । कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने जहाँ राज्य सरकार के सामने चुनौतियाँ पेश की है, वहीँ राज्य के लिए एक अच्छी खबर भी सामने आयी है. सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे में यह खुलासा हुआ है कि बिहार की शिशु मृत्यु दर 3 अंक घटकर राष्ट्रीय औषत के बराबर हो गयी है. वर्ष 2017 में बिहार की शिशु मृत्यु दर 35 थी, जो वर्ष 2018 में घटकर 32 हो गयी. इस कमी के बाद बिहार की शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय शिशु मृत्यु दर के बराबर हो गयी है. यह इसलिए भी संभव हो सका है, क्योंकि बिहार की नवजात मृत्यु में भी 3 अंकों की कमी आई है. बिहार की नवजात मृत्यु दर जो वर्ष 2017