🔥॥ ओ३म् ॥ 🔥 🌷सुबह के स्नान को धर्म शास्त्र में चार उपनाम दिए है।
🔥 ॥ ओ३म् ॥ 🔥 🌷सुबह के स्नान को धर्म शास्त्र में चार उपनाम दिए है। 👉🌹🕉️सुप्रभात्🕉️🌹👈 ✍️गुलशन कुमार जनक्रान्ति कार्यालय समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 17 अगस्त,2020 ) । 🌷सुबह के स्नान को धर्म शास्त्र में चार उपनाम दिए है। 🌷 (१) मुनि स्नान। जो सुबह ४ से ५ के मध्य किया जाता है । 🌷( २) देव स्नान। जो सुबह ५ से ६ के मध्य किया जाता है । 🌷(३ ) मानव स्नान। जो सुबह ७ से 8८ के मध्य किया जाता है । 🌷 (४) राक्षसी स्नान । जो सुबह ८ के बाद किया जाता है। मुनि स्नान सर्वोत्तम है । देव स्नान उत्तम है । मानव स्नान समान्य है । राक्षसी स्नान धर्म में निषेध है । किसी भी मनुष्य को प्रातः ८ बजे के बाद स्नान नही करना चाहिए। 🌷मुनि स्नान ....... घर में सुख ,शांति ,समृद्धि, विध्या , बल , आरोग्य , चेतना , प्रदान करता है । 🌷देव स्नान .