विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष :- तंबाकू छोङने में परिवार की भूमिका अहम : मनोवैैैज्ञानिक चिकित्सक डॉ० मनोज कुुुमार
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष :- तंबाकू छोङने में परिवार की भूमिका अहम : मनोवैैैज्ञानिक चिकित्सक डॉ० मनोज कुुुमार जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट बच्चों व युवाओं के शरीर व मन पर तंबाकू का प्रभाव इस कदर हो रहा है जिससे उनका पुरा व्यकित्तव ही प्रभावित होने लग रहा है। समाचार डेस्क,(जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 31 मई,2021 )। वैश्विक महामारी के इस दौर में कमजोर फेफड़े ने अनेकों जिंदगीयों को लील लिया है। ज्यादातर मामले में तंबाकू और इससे जुड़े उत्पाद हमारे रोजमर्रा के जीवन में शामिल हो रहे हैं। लोग तंबाकू और इसके दुष्प्रभाव को जानते तो हैं परंतु तंबाकू उत्पादों का सेवन उनकी मजबूरी हो सकती है। कुछ लोगों को खैनी व चाय की तलब होती है। वह इसके बिना अपनी दिनचर्या शुरू नही कर पाते हैं। वहीं कुछ युवाओं के बीच सिगरेट और कोल्ड ड्रिक्स को एक साथ लेते हुए देखा जा सकता है।इनके लिए सिगरेट के कश लगाना स्टेटस सिंबल माना जाता रहा है।ये ऐसे पदार्थ हैं जो तंबाकू उत्पादों से संबंधित निकोटिन होते है।इनके सेवन से फेफड़े में टार जमा होता है। इनका प्रभाव शरीर के साथ मन पर भी व्यापक असर के रु