Posts

Showing posts with the label बंद पड़ा स्वास्थ्य उपकेन्द्र

रजौड़ स्वास्थ्य उपकेंद्र परिसर बना सार्वजनिक सड़क व पशुओं का बथान

Image
  रजौड़ स्वास्थ्य उपकेंद्र परिसर बना सार्वजनिक सड़क व पशुओं का बथान  जनक्रांति कार्यालय से प्रखंड संवाददाता अशोक कुमार की रिपोर्ट बंद पड़ा आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर स्वास्थ्य उपकेंद्र गढ़पुरा/बेगूसराय,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन 1अप्रैल 2022 )। गढ़पुरा प्रखंड के रजौड़ पंचायत अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर स्वास्थ्य उपकेंद्र आम-आवामों के समुचित ईलाज हेतु केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के सहयोग से खोला गया था। लेकिन इस पर कुछ असमाजिक तत्वों का ग्रहण सा लगता प्रतीत होता है। बताते चलें कि जब स्थानीय कुछ ग्रामीण लोगों ने स्वास्थ्य उपकेंद्र पर करीब 1:40 अपराह्न् में दवा लेने के उद्देश्य से पहुंचे तो स्वास्थ्य उपकेंद्र बंद पाया गया। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य उपकेंद्र के परिसर से होकर कभी ट्रैक्टर,तो कभी थ्रेसर का आवागमन होते रहता है, तो कहीं गाय का बथान बना है, तो कहीं पर उपला ठोका जाता है । इतना ही नहीं बल्कि इस हॉस्पिटल के इर्द-गिर्द काफी मलमूत्र का त्याग किया रहता है। जिससे इ

एक उप स्वास्थ केंद्र में 10 वर्षो से लटका ताला , ग्रामीण ने लगाया आरोप उप स्वास्थ केंद्र का हो रहा है निजी उपयोग

Image
    एक उप स्वास्थ केंद्र में 10 वर्षो से लटका ताला , ग्रामीण ने लगाया आरोप उप स्वास्थ केंद्र का हो रहा है निजी उपयोग  जनक्रांति कार्यालय से अमरदीप नारायण प्रसाद की रिपोर्ट                    10 वर्षों से बंद पड़ा है स्वास्थ्य उपकेन्द्र पतैली  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 29 मई,2021) । समस्तीपुर जिलान्तर्गत उजियारपुर प्रखंड के पतैली पूर्वी पंचायत के वार्ड 01 में ये उपस्वास्थ केंद्र करीब 10 वर्ष पूर्व में बनाया गया ।  जिसका विभाग के द्वारा अभी तक तक ताला नही खोला गया और ना ही कभी कोई डॉक्टर नजर आया ।  दो बेड का ये हॉस्पिटल अभी किसी के निजी उपयोग में है ।  बार बार प्रभारी को भी बोला गया लेकिन अनसुना कर दिया गया । उक्त निर्मित उप स्वास्थ्य केंद्र किस योजना से बना है । इसके लिऐ योजना और राशि कितना आवंटन हुआ इसका शीलापट्ट कही दर्षाया हुआ नही है।  इससे स्पष्ट होता है कि पेपर पर अस्पताल चल रहा है और जनता को इससे कोई लाभ नही है ।  इसमे जो रकम सरकार के द्वारा डाक्टर, कंपाउंडर मद्द  में आवंटन किया जाता हैंं । उसकी जांच की जाए की आखिर वर्षो से इस अस्तपताल से लो