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मानव जीवन : जीवन में फूलों की तरह महका करो

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  मानव जीवन                               रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा  मानव जीवन  👉🙋जीवन में फूलों की तरह महका करो, चिड़ियों की तरह हरदम चहका करो. राष्ट्र को कुछ ना दे सका तो सब बेकार, ज्योति बनकर समाज में लहका करो. जीवन में फूलों की........ आए हो जग में इसका कुछ तो उपयोग हो, हर जन के लिए तुम्हारा कुछ तो सहयोग हो. दुखी जन के लिए कुछ कर चलो, मानव जीवन में तुम्हारा ऐसा प्रयोग हो, देश और समाज के प्रति वफादार बनो, समर्पित हो राष्ट्र के प्रति आयशा समझदार बनो, पीछे कुछ ना देखो कर्म करते चलो, अपने कर्म के प्रति पूरी ईमानदार बनो, यही कर्म तेरा सदा साथ निभाएगा. जैसा करोगे कर्म वैसा ही फल पाएगा, अंत समय कोई कुछ लेकर नहीं जाता है, तेरा कर्म ही हमेशा तेरे साथ जाएगा, प्रमोद की सुन लो अब सबों से विनती. कर लो अपने शुभ कर्मों की गिनती, भलाई कर चलो जग में तेरा भी भला होगा, नहीं तो पड़ेंगे तेरे सर परभी लोहे की खंती. 👉✍️रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा 

आज भी हमारा समाज पीरियड्स जैसे मुद्दों पर खुल कर क्यों नहीं बोलना चाहता..?

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  आज भी हमारा समाज पीरियड्स जैसे मुद्दों पर खुल कर क्यों नहीं बोलना चाहता..?  जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट  दुनिया में सबसे अधिक पोर्न वीडियो देखने वाले 10 शहरों में 6 शहर सिर्फ भारत के हैं। भारत में प्रत्येक यूजर प्रतिदिन 8 मिनट 23 सेकेंड पोर्न वीडियो देखता है : दीपक राज सुमन  समाचार डेस्क, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 02 सितंबर, 2021 ) । आज का समाज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक जैसे विकास के मामले में बहुत आगे बढ़ चुका है। आज का दौर डिजिटल का दौर हैं। जहां पर हर एक व्यक्ति अपनी राय रख सकता है। खुल कर अपनी समस्याओं पर बोल सकता है लिख सकता है। लेकिन आज भी कुछ ऐसी चीजें हैं जिसपर लोग बोलने से लिखने से कतराते हैं। शर्मिंदगी महसूस करते हैं। प्रमुख रूप से भारत में पीरियड्स और पोर्न को लेकर तो ये धारणा बनी हुई है। भारत में आज भी इसपर बात करने से लोग कतराते हैं।  एक दिलचस्प आंकड़ा ये भी है कि पोर्न हब वेबसाइट के एक सर्वे के मुताबिक सबसे अधिक पोर्न वीडियो देखने के मामले में भारत चौथे नंबर पर है। वहीं दुनिया में सबसे अधिक पोर्न वीडियो देखने वाले 10 शहरों में 6 शहर सिर्फ

दीपक राजसुमन की दूसरी किताब अजनबी लड़की अजनबी शहर कॉलेज लाइफ पर है आधारित..

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  दीपक राजसुमन की दूसरी किताब अजनबी लड़की अजनबी शहर कॉलेज लाइफ पर है आधारित.. जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट  लेखक दीपक राज सुमन ने अपनी दूसरी किताब अजनबी लड़की अजनबी शहर जनमानस के बीच में लाया समाचार डेस्क/लखीसराय/मुंगेर,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 28 जुलाई,2021)। हर किसी का सपना होता है कॉलेज जाना, पढ़ाई करना, नए दोस्त बनाना, मौज मस्ती करना, वहां से अपने सपने को आगे ले जाना लेकिन कुछ एक लड़के लड़कियां होती हैं जो आगे जा पाते हैं अपने सपने को पूरा कर पाते हैं। कॉलेज लाइफ के ऊपर दीपक राजसुमन की हाल ही में एक किताब आई है अजनबी लड़की अजनबी शहर जो बाजार में धमाल मचा रही है।  दीपक राजसुमन बिहार के लखीसराय के रहने वाले है। उनकी पहले भी एक किताब आ चुकी है अधूरा इश्क अधूरी कहानी ये भी बाजार में खूब बिकी। दीपक कहते हैं वर्तमान समय में इश्क होता क्या है लोग भूल चुके हैं आज इश्क का मतलब होता जिस्म का मिलन। यही कारण है कि आजकल अपराध में बढ़ोतरी देखी जा रही है।  अजनबी लड़की अजनबी शहर कॉलेज लाइफ के ऊपर आधारित है। ये उन लड़के लड़कियों को सचेत करती है जो कॉलेज तो बड़े बड़े सपन