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आयुर्वेद स्वास्थ्य उपचार विचार :- पीपल के पत्ते से करें अपने स्वास्थ्य रक्षा हेतू विभिन्न बीमारियों का ईलाज

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  आयुर्वेद स्वास्थ्य उपचार विचार :- पीपल के पत्ते से करें अपने स्वास्थ्य रक्षा हेतू विभिन्न बीमारियों का ईलाज जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट         पीपल वृक्ष के पत्ते से आयुर्वेद स्वास्थ्य उपचार समाचार डेस्क /भारत ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 21 जनवरी, 2022)। क्या आप जानते है की पीपल का पेड़ एक अकेला ऐसा पौधा जो दिन और रात दोनो समय आक्सीजन देता है । और उसके पत्ते से स्वास्थ्य उपचार विभिन्न बीमारियों के लिए किया जा सकता है ..??॥ पीपल के पेड़ के पत्ते से कौन -कौन सी बीमारियों का सफल और शर्तिया इलाज किया जा सकता है , आइए जानते हैं... 01)हृदय रोग के लिए - पीपल के ताजा 06-07 पत्ते लेकर 400 ग्राम पानी मे डालकर 100 ग्राम रहने तक उबाले,ठंडा होने पर पिए बर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय एक ही दिन में ठीक होना शुरू हो जाएगा । 02)लीवर के लिए - पीपल के पत्तो पर भोजन करे, लीवर ठीक हो जाता है 03)सूखा खांसी/दमा के लिए - पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह दोपहर शाम खायेँ, किंतना भी पुराना दमा ठीक कर देता है। 04)पीलिया रोग के लिए - पीपल के

आयुर्वेद औषधि आरोग्य विचार फोड़े - फुन्सियां

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  .          आयुर्वेद औषधि आरोग्य विचार                     फोड़े - फुन्सियां जनक्रांति कार्यालय से डॉ० केशव आचार्य गोस्वामी की रिपोर्ट                   आयुर्वेद आरोग्य औषधि उपचार-विचार आ युर्वेद आरोग्य औषधि विचार डेस्क ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 24 जुलाई, 2021 ) । गर्मी और बरसात के मौसम में फोड़े-फुन्सियाँ निकलना एक आम समस्या है । शरीर के रोम कूपों में 'एसको' नामक जीवाणु इकठ्ठे हो जाते हैं जो संक्रमण पैदा कर देते हैं जिसके कारण शरीर में जगह-जगह फोड़े-फुन्सियां निकल आती हैं । इसके अलावा खून में खराबी पैदा होने की वजह से,आम के अधिक सेवन से,मच्छरों के काटने से या कीटाणुओं के फैलने के कारण भी फुन्सियां निकल आती हैं ।भोजन में गर्म पदार्थों के अधिक सेवन से भी  फोड़े-फुन्सियाँ निकल आते हैं। फोड़े-फुन्सियाँ होने पर भोजन में अधिक गर्म पदार्थ, मिर्च-मसाले, तेल, खट्टी चीज़ें और अधिक मीठी वस्तुएं नहीं खानी चाहियें। फोड़े-फ़ुन्सियों को ढककर या पट्टी बांधकर ही रखना चाहिए। फोड़े-फुन्सियों का विभिन्न औषधियों से उपचार 🌿नीम की 05-08 पकी निम्बौलियों को 02 से 03 बार पानी के साथ सेवन