फसल और वन्य जीव : रामबली वर्मा
फसल और वन्य जीव : रामबली वर्मा जनक्रांति कार्यालय से चन्द्रकिशोर पासवान के साथ अशोक कुमार की रिपोर्ट विश्व में कृषि प्रधान देश भारत प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है कहीं सूखा तो कहीं जल ही जल आता है नज़र एकम्बा में श्रावण-भादो के महीनों में धान की फसल बहुत अच्छी होती थी,पर अब किसान धइचा की फसल को प्राथमिकता दे रहे हैं : रामबली वर्मा समाचार डेस्क, कृषि जगत ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 06 मार्च, 2022) । विश्व में कृषि प्रधान देश भारत प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है कहीं सूखा तो कहीं जल ही जल नज़र आता है। उसमें भी किसान खेती बड़ी मेहनत से करते हैं। काफी मेहनत करने के बाद भी उचित फ़सल किसान के घर नहीं आती है क्योंकि प्राकृतिक आपदाओं के पड़ने से तैयार होने पर भी उन्हें जंगली जानवरों से बचाना होता है। हमारे क्षेत्र में जंगली जानवर, नीलगाय, जंगली सुअर, गीदड़ आदि,तो अन्य राज्यों में अन्य जानवर परेशान करते हैं,जिससे कृषि को भारी क्षति पहुंचती है। लगभग 60% फ़सल इन पशुओं की लगातार गतिविधियों से बर्बाद हो जाती है। आलू, शकरकंद, मक्का और दलहनों की फसल किसान छोड़ते जा रहे हैं।मैसन गांव