Posts

Showing posts with the label अध्यात्मिक रचना

भजन संग्रह : समर्पण

Image
  भजन संग्रह :  समर्पण                      रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा,बेगूसराय समर्पण एक ना एक दिन हे नाथ आना पड़ेगा ह्रदय गुहा में अपना कुटी बनाना पड़ेगा एक ना एक....... लगता है जनम जनम का साथ है तेरा पल पल याद का इसलिए होता है फेरा भेजोगे दुबारा गर तुझे संभालना पड़ेगा ह्रदय गुहा में......... हुआ मुजरिम मैं तो तुम हाकिम हुआ है इसीलिए आने जाने का सिलसिला है उंगली पकड़ तुम्हें ही तो चलाना पड़ेगा ह्रदय गुहा में....... अबतक तो तू नचाया मैं नाचता रहा हूँ नाटक तेरी लीला को पहचानता रहा हूँ निर्देशन देकर आने से बचाना पड़ेगा ह्रदय गुहा में....... ना अब नाचूंगा ना तुझे मुझे नचाना है   दोनों की लज़्ज़ा भगवन तुझे बचाना है  मुक्त कर मुझे दिल में समाना पड़ेगा ह्रदय गुहा में.... जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय से रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा की रचना प्रकाशित व प्रसारित।

दीनबंधु दीनानाथ..... विश्वाश के साथ तुझे ही पुकारा....

Image
  दीनबंधु दीनानाथ..... विश्वाश के साथ तुझे ही पुकारा.... रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट दीनबंधु दीनानाथ..... विश्वाश के साथ तुझे ही पुकारा..... दीनबंधु दीनानाथ तुम कहाते हो , ह्रदय में आने से क्यों कतराते हो  , दीनबंधु दीनानाथ......! क्या तुम्हें दीनबंधु लोग कहना छोड़ दे , या तुम्हारे तरफ से लोग मुँह मोड़ ले , पुकारने पर भी इतना तुम इतराते हो , दीनबंधु दीनानाथ......!! क्या दिन की तरफ तेरा ध्यान नहीं , या दिन के रहे अब तू भगवान नहीं , लोगों की फरियाद से अब घबराते हो  दीनबंधु दीनानाथ.....!!! हे नाथ सबों का अंतिम है तेरा सहारा अति विश्वाश के साथ तुझे ही पुकारा प्रमोद के विश्वाश को क्यों ठुकराते हो दीनबंधु दीनानाथ.....!!!! जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय से रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा की रचना प्रकाशित व प्रसारित ।