भारत के युवाओं याद रखना, जिंदगी रील्स वीडियो से नहीं किताबों से बनती है : दीपक राज सुमन
भारत के युवाओं याद रखना, जिंदगी रील्स वीडियो से नहीं किताबों से बनती है : दीपक राज सुमन जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट मेरे इस लेख से कुछ मित्रों को ठेस पहुंचेगी लेकिन पिछले कुछ दिनों में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो लिखना जरूरी हो गया है :दीपक राज सुमन समाचार डेस्क ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 10 अगस्त,2021 ) । आप बिल गेट्स, एलन मस्क, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जैसे महान लोगों के बारे में पढ़िएगा तो वे कहते हैं अगर आपको आगे बढ़ना है तो किताबों से दोस्ती करिए इसके बिना आप आगे बढ़ नहीं सकते। दुनिया का ज्ञान और खजाना किताबों से होकर गुजरती है। लेकिन क्या करें आज का भारत युवाओं का भारत है। डिजिटल भारत है, एक क्लिक में पूरी दुनिया के दर्शन हो जाते हैं। एक क्लिक में आप और हम देश और दुनिया के भूतकाल, वर्तमान काल और भविष्य काल को जान लेते हैं । क्योंकि आपके हाथों में एक चमत्कारिक चीज है "मोबाइल फोन" जब मोबाइल फोन आया तो इसके पीछे उद्देश्य था लोगों के दूरियों को कम किया जाए। लाने वालों ने कभी नहीं सोचा होगा कि जो मोबाइल फोन लोगों के जिंदगियों को बदलने का काम करेगी। पति