Posts

Showing posts with the label कायस्थ समाज बुद्धिजीवी वर्ग

अखिल भारतीय कायस्थ महापरिषद् ने कायस्थ समाज को ओबीसी में शामिल किए जाने के प्रस्ताव का किया समर्थन : सचिन श्रीवास्तव

Image
  अखिल भारतीय कायस्थ महापरिषद् ने कायस्थ समाज को ओबीसी में शामिल किए जाने के प्रस्ताव का किया समर्थन : सचिन श्रीवास्तव जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट  आर्थिक रूप से पिछड़े कायस्थ समाज का उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी, योजनाओं में सम्मान वर्ग में रहने के कारण लाभ नहीं मिल पाता : सचिन श्रीवास्तव गुरसहायगंज, उत्तरप्रदेश ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 14 अगस्त, 2021)। अखिल भारतीय कायस्थ महापरिषद् भारत ने कायस्थ समाज को ओबीसी श्रेणी में शामिल किए जाने का स्वागत किया है। आर्थिक रूप से पिछड़े कायस्थ समाज का उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी, योजनाओं में सम्मान वर्ग में रहने के कारण लाभ नहीं मिल पाता। आजादी के बाद से कायस्थ समाज की सामाजिक और आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई। लगातार उपेक्षित महसूस कर रहे कायस्थ समाज के ज़्यादातर युवा, महिलाये इस फैसले का स्वागत कर रही है। इसके सर्वे में ये बाते उजागर हुई है जिसमें कायस्थों समाज के लोगों ने सामाजिक आर्थिक पिछड़े पन पर अपनी राय जाहिर की है। जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्र

कायस्थ अपनी शक्ति एवं क्षमता को पहचानें और इसका सदुपयोग अपने समाज, धर्म और राष्ट्र के उत्थान में लगायें : अजीत सिन्हा

Image
  कायस्थ अपनी शक्ति एवं क्षमता को पहचानें और इसका सदुपयोग अपने समाज, धर्म और राष्ट्र के उत्थान में लगायें : अजीत सिन्हा जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट  इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर श्री चित्रगुप्त काॅन्शेसनेस के संस्थापक एवं कायस्था फाउंडेशन के राष्ट्रीय सलाहकार एवं झारखण्ड प्रभारी अजीत सिन्हा फाईल फोटो समाचार डेस्क /राँची,झारखण्ड ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 16 जुलाई, 2021 ) । इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर श्री चित्रगुप्त काॅन्शेसनेस के संस्थापक एवं कायस्था फाउंडेशन के राष्ट्रीय सलाहकार एवं झारखण्ड प्रभारी अजीत सिन्हा ने दुनिया के कायस्थों को एकजुट होने का आह्वान करते हुये कहा कि कायस्थ समाज अपनी शक्ति को पहचानें और इसके लिए वे कायस्थ दिग्गजों के इतिहास को भी जानने की कोशिश करें ताकि उन्हें अपने खोये हुये बल की क्षमता का पता चले जिससे वे पूरे समाज में ही नहीं अपितु वैश्विक स्तर पर अपनी लोहा मनवा सकें क्योंकि आपने हज़ारों वर्षों तक इस वसुधा पर शासन कर अपनी आभा को बिखेरी है और पृथ्वी पर मानवीय सभ्यता को अपने अध्यात्म, ज्ञान एवं कार्यों द्वारा विकास की ओर अग्रसर किया है।   आपने दुनिया क

बुद्धिजीवी वर्ग की श्रेणी में आने वाले कायस्थ समाज आज अपनी एकता में अनेकता की वज़ह से सर्व समाज में अपनी पहचान खोता जा रहा है : अजीत सिन्हा

Image
  बुद्धिजीवी वर्ग की श्रेणी में आने वाले कायस्थ समाज आज अपनी एकता में अनेकता की वज़ह से सर्व समाज में अपनी पहचान खोता जा रहा है : अजीत सिन्हा            कायस्थ समाज : मंथन एवं दर्शन - अजीत सिन्हा जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट  समाचार डेस्क, राँची/झारखण्ड ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 02 जुलाई,2021) ।  बुद्धिजीवी वर्ग की श्रेणी में आने वाले कायस्थ समाज आज अपनी एकता में अनेकता की वज़ह से सर्व समाज में अपनी पहचान खोता जा रहा है क्योंकि जिस समाज की क्षमताओं पर पूरा सर्व समाज नाज़ करते थे आज वही समाज स्वयं अपने प्रश्नों के घेरों में है और अपने को संगठित होने की बाट जोह रहा है। विदित हो कि यह समाज अपनी विलक्षण एवं बौध्दिक प्रतिभा की बदौलत साहित्य के क्षेत्र में श्री अरविंदो घोष, फ़िराक़ गोरखपुरी, मुन्शी प्रेमचन्द, महादेवी वर्मा, भगवती चरण वर्मा, धर्मवीर भारती, हरिवंशराय बच्चन, प्रेमेन्द्र मित्रा, निर्मल वर्मा, विमल मित्रा और बुद्धदेव बोस जैसे साहित्यकार दिये हैं वहीं फिल्म, टेलिविजन एवं संगीत के क्षेत्र में चित्रगुप्त, मन्ना डे, मुकेश चंद्र माथुर, सुचित्रा सेन, मोतीलाल, सलिल