उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव,2022 की चर्चाओं के बीच भूतपूर्व मुख्यमंत्री डॉ संपूर्णानंद की 132वीं जयंती पर उनका पुण्य स्मरण : पंकज श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव,2022 की चर्चाओं के बीच भूतपूर्व मुख्यमंत्री डॉ संपूर्णानंद की 132वीं जयंती पर उनका पुण्य स्मरण : पंकज श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार जनक्रांति कार्यालय से संवाद सूत्र की रिपोर्ट साहित्य,संस्कृति और राजनीति के सेतुपुरुष थे बाबूजी पटना, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 01 जनवरी, 2022 ) । आचार्य नरेंद्र देव समाजवादी आंदोलन के भीष्म पितामह माने जाते हैं।उनकी ही पहल पर कांग्रेस के भीतर 1934 में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी बनी थी।लखनऊ विवि और बीएचयूके कुलपति रहे आचार्य ने कांग्रेस से अलग होकर प्रजा समाजवादी पार्टी बना ली थी।सवाल आया कि पार्टी का घोषणा पत्र लिखने का।सभी को उम्मीद थी कि आचार्य खुद घोषणा पत्र लिखेंगे।उन दिनों आचार्य की तबियत थोड़ी खराब थी। कुछ दिन बाद पार्टी के कुछ नेताओं ने बातचीत में आचार्य से जिज्ञासावश पूछा-घोषणा पत्र का काम कहां तक पहुंचा..? आचार्य ने जवाब दिया 'डॉ संपूर्णानंद को काम सौंप दिया है।' आचार्य के साथी चिंतित हुए कारण था कि डॉ संपूर्णानंद कांग्रेस के बड़े नेता थे और उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री भी थे।लोगों क