कायस्थ को ओबीसी में न रखा जाए और इसके लिए जोड़ शोर से चिल्ला रहे है आज कायस्थ : अजय कुमार श्रीवास्तव
कायस्थ को ओबीसी में न रखा जाए और इसके लिए जोड़ शोर से चिल्ला रहे है आज कायस्थ : अजय कुमार श्रीवास्तव जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट कोई ऐसा कायस्थ परिवार है जो मेरे बेटे का काम छूट गया है कहीं अच्छी नौकरी दिलवा दे : अजय कुमार श्रीवास्तव समाचार डेस्क/पटना,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय १८ अगस्त, २०२१ )। आजाद भारत के महामहिम राष्ट्रपति स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद जी के समय में भी ये आवाज उठी थी तो कितने अफसर त्यागपत्र देने के लिए तैयार थे,पर उस समय भी वही लोग तैयार थे । जिनका पेट भड़ा हुआ था । गरीब परिवार का कोई भी कायस्थ बंधू इसके विरोध में नही था । उनको क्या फर्क पड़ता है, जिनका पेट भड़ा हो और घर में नोटो का बंडल पड़ा हो । आज उन्हें शर्म महसूस हो रहा है की कायस्थ को ओबीसी में न रखा जाए और इसके लिए जोड़ शोर से चिल्ला रहे है । क्या कायस्थ समाज का कोई भी नेता या प्रशासनिक अफसर आज तक किसी गरीब कायस्थ भाई के लिए किसी प्रकार का कोई मदद किए है और तो और कभी कोई काम पड़ जाए तो काम क्या करेगे दूर से ही टरका देगे । दस बहाना बनाने लगेंगे । इतना ही नहीं मिलना भी मुनासिब नहीं समझ