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निजीकरण की नीति के खिलाफ बैंकों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सी. आई. टी. यू ने दिया समर्थन

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  निजीकरण की नीति के खिलाफ बैंकों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सी. आई. टी. यू ने दिया समर्थन  जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट  केंद्रीय श्रमिक संगठन, सेंटर ऑफ़ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीआईटी यू) कि बिहार राज्य कमेटी ने केंद्र सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण की नीति का किया विरोध  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 14 मार्च, 2021 ) । केंद्रीय श्रमिक संगठन, सेंटर ऑफ़ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीआईटी यू) कि बिहार राज्य कमेटी ने केंद्र सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण की नीति का विरोध किया और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा निजीकरण के विरोध में आगामी 15 एवं 16 मार्च को होने वाले बैंकों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया । समस्तीपुर सिटी जिला कमेटी की बैठक की गई और सीआईटीयू के बिहार राज्य कमेटी के सदस्य अनुपम कुमार और जिला सचिव मनोज कुमार गुप्ता ने जारी बयान में कहा कि देश का हर तबका केंद्र सरकार की कॉरपोरेट परस्त नीतियों से तबाह है एवं प्रत्येक वर्ग अपने अपने ढंग से प्रतिरोध भी कर रहा है । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की किसान- मजदूर एवं जन विरोधी नीतियां देश के कु

किसान विरोधी सरकार के खिलाफ भारत बंद का एन. एस. यू. आई ने किया समर्थन

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  किसान विरोधी सरकार के खिलाफ भारत बंद का एन. एस. यू. आई ने किया समर्थन  जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट      एन.एस.यू.आई दरभंगा जिला अध्यक्ष त्रिभुवन कुमार  दरभंगा, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 07 दिसम्बर, 2020 ) । किसान विरोधी सरकार के खिलाफ भारत बंद का दरभंगा एनएसयूआई समर्थन करती है । उपरोक्त जानकारी देते हुए एनएसयूआई जिला अध्यक्ष त्रिभुवन कुमार ने कहा की देश में विगत दिनों से किसान अपने हक व अधिकार की लड़ाई को लेकर सड़क से सदन तक धरना व प्रदर्शन कर रही है फिर भी केंद्र में बैठे बहरी गूंगी सरकार का जू तक नहीं रेंगता है। इसलिए भारत देश के किसान 08 दिसंबर को पुरे भारत बंद करने का ऐलान किया है । जिसका दरभंगा एनएसयूआई पूर्ण समर्थन करते हुए किसानों के और किसान बेटा होने के नाते भी सड़क पर आंदोलनों प्रदर्शन करने के लिए उतरेंगे । मैं देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं आप पहले एक किसान के बेटा होंगे तब चाय बाले का । आपके सामने किसानों के ऊपर अत्याचार दुराचार हो रहा है फिर भी आप मुख्य वधिर बने हुऐ हैं । इससे स्पष्ट हो गया है वर्तमान कि केंद्र सरकार किसान विरोधी सरका