केंद्र सरकार की नीतियों को देखकर ब्रिटिश सरकार की यादें आने लगी हैं : दीपक राज सुमन
केंद्र सरकार की नीतियों को देखकर ब्रिटिश सरकार की यादें आने लगी हैं : दीपक राज सुमन जनक्रांति कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा आज के दौर में समाचार पत्रों और पत्रकारों पर लगाम लगाने की कोशिश हो। सवाल तो उठेंगे जोर शोर से उठेंगे। जवाब तो आपको देना ही होगा : दीपक राज सुमन समाचार डेस्क, भारत ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 23 जुलाई, 2021 ) । केंद्र सरकार की नीतियों को देखकर ब्रिटिश सरकार की यादें आने लगी हैं। किस तरह से ब्रिटिश सरकार ने भारतीय लोगों पर जुल्म किया है। कैसे ब्रिटिश सरकार ने भारतीय पत्रकारों और समाचार पत्रों को रोकने के लिए तरफ तरफ के हथकंडे अपनाए। काले कानून लाए। रातों रात समाचार पत्रों को जब्त करवाया। उसके संपादकों, मुद्रकों पर मुकदमे दर्ज करवाए। कामवेश आज भी वैसी ही परस्थिति हमारे सामने हैं। कुछ ऐसी घटनाएं हालिया दिनों में हुई हैं जो इशारा उसी तरफ कर रही है। पेगासस जासूसी मामला इस बारे में द वायर ने रिपोर्ट प्रकाशित की हैं जिसके बाद देश में बबाल मचा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया कि इसके जरिए देश के कई पत्रकारों को, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को, चीफ जस