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Showing posts with the label पर्व त्यौहार प्रार्थना

क्षेत्र का गौरव बागमती नीर के प्रोपराइटर ने धूमधाम से मनाया विश्वकर्मा पूजा

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  क्षेत्र का गौरव बागमती नीर के प्रोपराइटर ने धूमधाम से मनाया विश्वकर्मा पूजा जनक्रान्ति ब्यूरों हेड समस्तीपुर बिपिन कुमार की रिपोर्ट     विश्वकर्मा पूजन समारोह का धुमधाम से किया आयोजन समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 18 सितंबर, 2020 ) । समस्तीपुर जिला के हसनपुर प्रखंड अंतर्गत दूधपुरा बाजार में बागमती नीर के प्रोपराइटर द्वारा धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा समारोह किया गया । पूजा संपन्न होने के बाद बागमती नीर के वर्करों को शेख फखरुद्दीन के द्वारा कपड़ा दिया गया । मौके पर पूजा स्थल पर पंडित जी के अलावा शेख फखरुद्दीन, रामसेवक, सुनील, सूचितानंद, राजीव कुमार, विक्रम, दीपक इत्यादि लोग मौजूद थे । समस्तीपुर कार्यालय से प्रकाशक राजेश कुमार वर्मा द्वारा बिपिन कुमार समस्तीपुर ब्यूरो हेड की रिपोर्ट प्रकाशित । Published by Jankranti....

🙏🕉️🌹सुप्रभात्🌹🕉️🙏 🌹🌹श्री राधा अष्टमी 🌹🌹

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                            🙏🕉️🌹सुप्रभात्🌹🕉️🙏                   🌹🌹 श्री राधा अष्टमी 🌹🌹                             🌹🌹श्री राधा अष्टमी 🌹🌹                                                                                 👉✍️नागेंद्र कुमार सिन्हा  जनक्रान्ति कार्यालय से न ई दिल्ली, भारत ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 27 अगस्त, 2020 ) ।  ⛅ दिनांक 26 अगस्त 2020 ⛅ दिन - बुधवार ⛅ विक्रम संवत - 2077  ⛅ शक संवत - 1942 ⛅ ऋतु - शरद ⛅ मास - भाद्रपद ⛅ पक्ष - शुक्ल  ⛅ तिथि - अष्टमी सुबह 10:40 तक तत्पश्चात नवमी ⛅ नक्षत्र - अनुराधा दोपहर 01:04 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा ⛅ सूर्योदय - 06:21 ⛅ सूर्यास्त - 18:59 ⛅ व्रत पर्व विवरण - अदु:ख नवमी, गौरी पूजन, बुधवारी      राधा अष्टमी (सूर्योदय से सुबह 10:40 तक)                       🌷 भगवान श्रीगणेश🌷 🙏🏻 22 अगस्त से दस दिवसीय गणेशोत्सव प्रारंभ हो चुका है। इन दस दिनों में गणेशजी की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व होता है।  श्रीगणेश अंक में भगवान गणेश के 12 नामों का वर्णन किया गया हैं,। ➡ ये 12 नाम बोलकर करें श्रीगणेश की पूजा,

दूसरे दिन भी धूमधाम से मनी जन्माष्टमी राधा कृष्ण की झांकियों ने भक्तों का मन मोहा कोरोना वायरस का असर मिला देखने को

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  दूसरे दिन भी धूमधाम से मनी जन्माष्टमी राधा कृष्ण की झांकियों ने भक्तों का मन मोहा    कोरोना वायरस का असर मिला देखने को                                          राधा कृष्ण की झांकी कईयों ने श्री कृष्ण से कोरोनावायरस से मुक्ति दिलाने की की मिन्नतें आगरा से अवधेश यादव की रिपोर्ट   आगरा,उत्तरप्रदेश ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 13 अगस्त,2020 ) ।: अष्टमी के दो दिन मिलने   भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव दूसरे दिन भी बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।  मुरली मनोहर के जन्मोत्सव पर घर-घर में आनंद बिखरा रहा। कुछ घरों में आस्था के साथ श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की घड़ियों का इंतजार करते रहे तो वहीं, कुछ घरों में नंदोत्सव की छटा बिखरी। शाम होते ही मंदिर आकर्षक रोशनी में झिलमिला उठे। रात12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही हर्षातिरेक से श्रद्धालु कान्हा की जय-जयकार कर उठे। मंदिरों में घंटे-घड़ियाल गूंज उठे। जिनमें भक्ति की बयार बही। कोरोना महामारी के कारण भक्तों ने  घरों में ही  श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान श्री कृष्ण के जन्म के समय रात 12:00 बजे अष्

🙏🙏🌹सुप्रभात्🌹🙏🙏 👉🌹🌵🗣️आजका शुभ विचार🌵🌹🦅🙏

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                               🙏🙏🌹सुप्रभात्🌹🙏🙏                       🙏 🌹🌹 राधे कृष्ण, राधे कृष्ण 🌹🌹🙏                        समस्तीपुर कार्यालय  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 23 जुलाई, 2020 ) ।                 👉🌹🌵🗣️आजका शुभ विचार🌵🌹🦅🙏  ⛅ दिनांक 23 जुलाई 2020 ⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2077  ⛅ शक संवत - 1942 ⛅ अयन - दक्षिणायन ⛅ ऋतु - वर्षा ⛅ मास - श्रावण ⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - तृतीया शाम 05:03 तक तत्पश्चात चतुर्थी ⛅ सूर्योदय - 06:10 ⛅ सूर्यास्त - 19:20            👉🌹🌵🗣️ आजका शुभ विचार 🌵🌹🦅🙏   🌷 नागपंचमी 🌷 ➡ 👉✍️गंताक से आगे.... 🙏🏻 श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व  25 जुलाई, शनिवार को है। इस दिन नागों की पूजा करने का विधान है। हिंदू धर्म में नागों को भी देवता माना गया है। महाभारत आदि ग्रंथों में नागों की उत्पत्ति के बारे में बताया गया है। इनमें शेषनाग, वासुकि, तक्षक आदि प्रमुख हैं। नागपंचमी के अवसर पर हम आपको ग्रंथों में वर्णित प्रमुख नागों के बारे में बता रहे

सहरसा के मटेश्वरधाम में किया गया बाबा का भव्य श्रृंगार

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सहरसा के मटेश्वरधाम में किया गया बाबा का भव्य श्रृंगार सावन मास के तीसरे सोमवारी के अवसर पर देवों के देव महादेव की नगरी बाबा मटेश्वर धाम में भव्य व अलौकिक श्रृंगार पूजा एवं जागरण का आयोजन किया गया सहरसा जिला ब्यूरो बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट  सहरसा, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 21 जुलाई,2020 ) । सावन मास के तीसरे सोमवारी के अवसर पर देवों के देव महादेव की नगरी बाबा मटेश्वर धाम में भव्य व अलौकिक श्रृंगार पूजा एवं जागरण का आयोजन किया गया। कहते हैं, भक्तों की मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालु सावन मास में बाबा का सिंगार करवाते हैं। सावन के तीसरे सोमवार के अवसर पर बलवाहाट  के सिंगरौली निवासी मुकेश पौदार काँठो निवासी अशोक साह सहित अन्य श्रद्धालु के द्वारा बाबा का श्रृंगार पूजा करवाया गया। श्रृंगार से पहले बाबा पंचामृत अभिषेक भी हुआ। हालांकि कि कोरोनाकाल में बाबा मंदिर बंद रहने के कारण बाबा मटेश्वर धाम के आधिकारिक पेज से लाईव वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था भी की गयी थी। इस अवसर पर भव्य जागरण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें ऑर्गेन पर उमेश, नाल पर दिनेश, नागो शर्मा

गुरु-पूर्णिमा पर विशेष: गुरु-पूजा का हेतु आज आषाढ़- पूर्णिमा की पुण्यतिथि है आज ही के दिन ऋषि वशिष्ठ के पौत्र और पराशर मुनि के पुत्र व्यासदेव का आविर्भाव इस जगती तल पर हुआ था,एतदर्थ इसको व्यास-पूर्णिमा भी कहा जाता है: डॉ० परमानन्द लाभ

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गुरु-पूर्णिमा पर विशेष:              गुरु-पूजा का हेतु आज आषाढ़- पूर्णिमा की पुण्यतिथि है आज ही के दिन ऋषि वशिष्ठ के पौत्र और पराशर मुनि के पुत्र व्यासदेव का आविर्भाव इस जगती तल पर हुआ था,एतदर्थ इसको व्यास-पूर्णिमा भी कहा जाता है:  डॉ० परमानन्द लाभ समस्तीपुर कार्यालय                                        Dr. Parmanand labh समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 05 जून,2020 ) । आज आषाढ़-पूर्णिमा की पुण्यतिथि है।इसी दिन ऋषि वशिष्ठ के पौत्र और पराशर मुनि के पुत्र व्यासदेव का आविर्भाव इस जगती तल पर हुआ था,एतदर्थ इसको व्यास-पूर्णिमा भी कहा जाता है।        व्यासदेव का यथार्थ नाम कृष्णद्वैपायन था। कृष्ण वर्ण का होने व द्वीप में अवतरण होने की वजह से इनका यह नाम पड़ा। फिर,वेद को चार खण्डों में बांटने के कारण वेदव्यास कहलाये। शास्त्रार्थ के लिए ईरान गये और विजयी होकर जगद्गुरु की उपाधि धारण की,तभी से 'व्यास-पूजा' को लोग 'गुरु-पूजा' के रूप में मनाने लगे।          गुरु पूज्य हैं और इनकी पूजा होनी हीं चाहिए। सन्तों की मान्यता है कि एक गुरु की पूजा में समस

ग्रामीण महिलाओं ने एक जगह एकत्रित होकर रथ पूजा उत्सव मनाया

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ग्रामीण महिलाओं ने एक जगह एकत्रित होकर रथ पूजा  उत्सव मनाया बारसोई कटिहार से जगन्नाथ दास/ विजय भारती  की रिपोर्ट                                     रथ पुजा करती श्रद्धालु महिलाएं बारसोई/कटिहार, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन 23 जून,2020 ) । रथ पूजा के अवसर पर मंगलवार को स्थानीय महिलाओं ने एक जगह एकत्रित होकर रथ पूजा  उत्सव मनाया गया ।  ज्ञात हो कि नगर पंचायत स्थित साह पाड़ा  और योगी टोला  की महिलाओं ने जोगी टोला में स्थित काली स्थान के प्रांगण के बाहर एकत्रित होकर रथ पूजा उत्सव मनाया  साथ ही  महिलाओं ने  काली माता और वट वृक्ष की भी पूजा की इस अवसर पर महिलाओं ने फल- फूलों से सजी थाल को लेकर माता को अर्पण किया  यहां बताते चले कि उक्त पूजा में बीज वाला अठिया  केला का बहुत महत्व है  पूजा की थाल में अन्य फलों  के साथ बीज वाला  केला  चढाया जाता  है । अगर उक्त केला नहीं हुआ तो  पूजा की महत्ता कम हो जाती है वही भगवान जगन्नाथ की पूजा से पहले  ग्रामीण  महिलाओं ने रथ पूजा उत्सव का  कथा वाचन  व श्रवण    किया तथा वही सारे गांव की महिलाएं पूजा की थाल हाथ में लेकर अच्छे अच्छे वस्त्र

वटवृक्ष सावित्री की पूजा महिलाओं ने अपनी पति की सुरक्षा के लिए उल्लास मय वातावरण में धूमधाम से किया

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वटवृक्ष सावित्री की पूजा महिलाओं ने अपनी पति की सुरक्षा के लिए उल्लास मय वातावरण में धूमधाम से किया

त्याग एवं मर्यादा को अक्षुण्ण रखनें सदैव तत्पर आदर्श नारीशक्ति की प्रतीक हैं-माँ जानकी : प्रो०प्रेम

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त्याग एवं मर्यादा को अक्षुण्ण रखनें सदैव तत्पर आदर्श नारीशक्ति की प्रतीक हैं-माँ जानकी : प्रो०प्रेम                                              प्रो० प्रेम प्रो० प्रेम ने बिहार सरकार से माँग की है कि बिहार के स्कूली पाठ्यक्रम में रामायण को पुनः शामिल करना चाहिए ताकि बच्चों को अपने महापुरुष के बारे में जानकारी मिल सके। तथा केन्द्र सरकार से माँग किया है कि जानकी नवमी को" राष्ट्रीय महिला दिवस "के रुप में मनाने का निर्णय लेना चाहिए।                                       पूजा अर्चना करते प्रो० प्रेम राजेश कुमार वर्मा की रिपोर्ट  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 01 मई,20 ) । आज सम्पूर्ण विश्व में त्याग और  शक्ति की प्रतीक मां जानकी नवमी पर्व मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मिथिला शिक्षा मंच (सम्बद्ध अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् )तथा मिथिला मंथन के संयोजक प्रो पी के झा प्रेम ने अपने शाहपूर पगड़ा स्थित आवास पर लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस के नियमों का अनुसरण करते हुए माँ जानकी जन्मोत्सव मनाया।                           मॉं जानकी की अराधना कर

#पृथ्वीदिवसप्रलयकारी महामारी में डूबी हमारी पृथ्वी के उद्धार की आशा से आज पुन: मानव जाति हमारे ही भीतर के भगवान् महावराह की ओर प्रार्थनामय सतृष्ण नयनों से देख रही है !

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#पृथ्वीदिवस प्रलयकारी महामारी में डूबी हमारी पृथ्वी के उद्धार की आशा से आज पुन: मानव जाति हमारे ही भीतर के भगवान् महावराह की ओर प्रार्थनामय सतृष्ण नयनों से देख रही है ! नागेंद्र प्रसाद सिन्हा  नई दिल्ली, भारत ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 26 अप्रैल,20 ) । भगवान् महावराह जलौघमग्ना सचराचराधरा  विषाणकोट्याऽखिलविश्वमूर्त्तिना। समुद्धृता येन वराहरूपिणा स मे स्वयम्भुर्भगवान् प्रसीदतु।।          महाप्रलय के जल में डूबी हुई सचराचर पृथ्वी का अखिल जगत् के मूर्तिस्वरूप सिंगोंवाले जिस वराहरूप स्वयम्भु भगवान ने उद्धार किया वे मुझपर प्रसन्न हों ! तत:समुत्क्षिप्य धरां स्वदंष्ट्रया             महावराह: स्फुटपद्मलोचन:। रसातलादुत्पलपत्रसन्निभ:               समुत्थितो नील इवाचलो महान्।। विकसित कमल के समान नयनों वाले महावराह ने अपनी दाढ़ों से धरा को उछालकर उठा लिया और उत्पल पत्र के समान रसातल से महान् नीलाचल की तरह उठ खड़े हुए। दंष्ट्राग्रविन्यस्तमशेषमेत-           द्भूमण्डलं नाथ विभाव्यते ते। विगाहत: पद्मवनं विलग्नं             सरोजिनीपत्रमिवोढपंकम्।। हे नाथ ! आपकी दाढ़ों के अग्र