मकर संक्रांति पर्व विशेष-2022 मकर संक्रांति अकेला ही पश्चिम और अरब के सभी पर्वों पर भारी है: नागेंद्र कुमार सिन्हा
मकर संक्रांति पर्व विशेष-2022 मकर संक्रांति अकेला ही पश्चिम और अरब के सभी पर्वों पर भारी है: नागेंद्र कुमार सिन्हा सूर्य की गति पर आधारित यह उत्सव भारत के लाखों वर्षों से खगोल विज्ञान का ज्ञाता होने का प्रमाण है। जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट (सबसे अंतिम पैराग्राफ में पढ़ें किस राज्य में किस नाम से मनाया जाता है यह उत्सव? और क्या क्या खाया जाता है इस मकर संक्रांति में..?) समाचार डेस्क/भारत ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 14 जनवरी, 2022)। मकर संक्रांति में मकर शब्द आकाश में स्थित तारामंडल का नाम है, जिसके सामने सूर्य के आने के दिन ही पूरे दिवस मकर संक्रांति मनाया जाता है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में लोहड़ी के नाम से यह उत्सव मनाया जाता है सूर्य के मकर राशी में प्रवेश से एक दिन पूर्व। यह उत्सव सूर्य का उत्तरायण में स्वागत का उत्सव है। उत्तरायण का अर्थ है पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव के सापेक्ष में स्थित आकाश का भाग अर्थात उत्तरी अयन। जब सूर्य उत्तरायण में आता है तो इसकी किरणें पृथ्वी पर क्रमशः सीधी होने लगती है। जिससे धीरे धीरे गर्मी बढ़ने लगती है। यह सर्दी के ऋतु का अंतकाल माना