वेलेंटाइन डे भारतीय संस्कृति पर जोरदार प्रहार : पंकज झा शास्त्री
वेलेंटाइन डे भारतीय संस्कृति पर जोरदार प्रहार : पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट भारतीय संस्कृति का आधार प्रेम है और हमारे जीवन की शुरुआत ही प्रेम से होती है। वो हमारा प्रेम ही है, जो हमें 29 राज्यों और 07 केंद्र शासित प्रदेशों के बावजूद एक बनाकर रखता है : पंकज झा शास्त्री समाचार डेस्क/दरभंगा-मधुबनी/समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 13 फरवरी,2022) । भारत में वेलेंटाइनडे का प्रचलन को बढ़ावा देना, भारतीय संस्कृति को समाप्त करने की साजिश है, जिसे सहन करना उचित नहीं। फरवरी माह की 07 से 14 तारीख के बीच मनाए जाने वाले 'वेलेंटाइन डे' से आज कोई भी अनभिज्ञ नहीं है। खासकर इस दिवस के लिए युवा पीढ़ी पूरे साल लालायित और बेसब्र दिखती है। मानो हमने वेलेंटाइन डे को एक परंपरा का रूप देकर इसका निर्वहन करना अपना परम कर्तव्य समझ लिया है। आज की युवा पीढ़ी जिस 'वेलेंटाइन डे' को 'प्रेम दिवस' की संज्ञा देकर मना रही है, उन्हें वेलेंटाइन डे की हकीकत से रू-ब-रू कराना बेहद जरूरी है। कहा जाता है कि पहले यूरोप में लोग बिना शादी के ही वो सबकुछ करने में स