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ज्योतिष शास्त्र विचार ... विश्व की स्थिति और भी भयावह होने का मिल रहा संकेत..: पंकज झा शास्त्री

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  ज्योतिष शास्त्र विचार ... विश्व की स्थिति और भी भयावह होने का मिल रहा संकेत..: पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट ज्योतिषीय आकलन से देखे तो गमन फल में रोग, शोक, जल संकट, तापमान में वृद्धि, जनमानस में मायूसी, भूकंप, अग्निकांड एवं अन्य प्राकृतिक अप्राकृतिक अनहोनी घटना संभावित हो सकती है: पंकज झा शास्त्री दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 03 मार्च, 2022 )। वर्तमान में विश्व की स्थिति नाजुक  है और इसका और इसका ज्योतिषीय संकेत हमने पहले ही आप सभी के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है, आगे भी कोई खास शुभ का संकेत नहीं मिल रही है, जो भयावह हो सकती है। हिंदू नववर्ष विक्रम संवत् 2079,02 अप्रैल 2022, शनिवार से प्रारंभ हो रही है। विक्रम संवत् 2079 के राजा इस बार शनि है और मंत्री गुरु को माना गया है। वर्तमान में शनि अपने स्वामित्व वाली मकर राशि में है,29 अप्रैल 2022 को शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। 100 वर्षो में 15 वी वार विक्रम संवत् नववर्ष की शुरुआत शनिवार को होगी। शनिवार 02 अप्रैल से चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो रही है जो 11 अप्रैल 2022 सोमवार तक चलेगी। या

क्यों होती है विवाह में विलम्ब और क्या है इसका कारण...???✍🏻पंकज झा शास्त्री

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  क्यों होती है विवाह में विलम्ब और क्या है इसका कारण...???✍🏻 पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट कुछ बच्चे अपने कैरियर बनाने के चक्कर में विवाह टाल देते है इसी तरह और भी कई कारण हो सकते है। ज्योतिषीय दृष्टि से जब विवाह योग बनते हैं तब विवाह किसी कारण टलने से विवाह में बहुत देरी हो जाती है। विवाह में विलम्ब होने के एक कारण बच्चो का मांगलिक होना भी है : पंकज झा शास्त्री दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 21 फरवरी, 2022)। आ ज कल विवाह मामलों में युवक एवं युवती अपने मन पसंद और इच्छा अनुसार विवाह को बढ़ावा दे रहे है तो कई माता पिता अपने बच्चों का विवाह अपने अनुसार करना चाहते है, बच्चे भी माता पिता को समझते हुए विवाह स्वीकारते है। कई बार व्यक्ति विवाह करने से यूं ही इनकार कर देता है कि अभी विवाह नहीं करना है । कई बार अच्छे रिश्ते के चक्कर में योग भी को टाल दिया जाता है। कुछ बच्चे अपने कैरियर बनाने के चक्कर में विवाह टाल देते है इसी तरह और भी कई कारण हो सकते है। आज देखा जाय तो अधिकतर माता पिता अपने बच्चों के विवाह को लेकर चिंतित है संतान का विवाह

व्यक्ति अपने सही समय में ज्योतिषीय परामर्श लेकर उस दिशा में आगे बढ़े तो उस व्यक्ति को अधिकतर सकारात्मक मिलना संभव है : पंकज झा शास्त्री

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  व्यक्ति अपने सही समय में ज्योतिषीय परामर्श लेकर उस दिशा में आगे बढ़े तो उस व्यक्ति को अधिकतर सकारात्मक मिलना संभव है : पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय से ज्योतिष पंकज झा शास्त्री की विचार थका हारा व्यक्ति ज्योतिषी के पास जाता है और आज के बाजार बाद में अधिकतर दुकान चलाने वाले ज्योतिषी ठगी के शिवाय कुछ नहीं करते यही कारण है कि लोग ज्योतिष के वास्तविक ज्ञान से हो रहे है :पंकज झा शास्त्री दरभंगा/मधुबनी, बिहार( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 21 फरवरी, 2022)। किसी ज्योतिषी जी के पास उस अवस्था में अधिकतर लोग जाते है जब वह अधिक परेशान होते है, उनके साथ इस तरह की कोई घटना होती है जिसे वो समझ नहीं पाते है। वैसे कुछ लोग ज्योतिष को मानते है और कुछ लोग ज्योतिष को नहीं मानते है। कई लोग तो ज्योतिष पर वेतुके टीका टिप्पणी करने से भी बाज नही आते ऐसे लोगों के पास या तो अज्ञानता होती है या वो ज्योतिष के वास्तविक वैज्ञानिकता को नहीं समझते। यदि व्यक्ति अपने सही समय में ज्योतिषीय परामर्श लेकर उस दिशा में आगे बढ़े तो उस व्यक्ति को अधिकतर सकारात्मक मिलना संभव है। मान लीजिए किसी व्यक्त

नरक निवारण चतुर्दशी 2022 विशेषांक✍️: पंकज झा शास्त्री

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  नरक निवारण चतुर्दशी 2022 विशेषांक✍️: पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट नरक निवारण चतुर्दशी के दिन श्रद्धालु भगवान महादेव की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर व्रत रखते हैं: पंडित पंकज झा शास्त्री दरभंगा/मधुबनी/समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 29 जनवरी, 2022 ) । माघकृष्ण पक्ष चतुर्दशी को नरकनिवारण चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है।इस बार नरक निवारण चतुर्दशी 30 जनवरी 22 रविवार को है। पूर्वाषाढ़ नक्षत्र व हर्षण व सर्वार्थ सिद्धि योग में नरक निवारण चतुर्दशी व्रत मनाया जाएगा। यह योग दिनभर रहेगा । श्रद्धालु पूरे दिन व्रत रख कर भगवान शिव की पूजा अर्चना करेंगे।शिवपुराण के अनुसार नरक चतुर्दशी के दिन पर्वतराज हिमालय ने पुत्री पार्वती की शादी के लिए शिव के पास प्रस्ताव भेजा था । बिहार व खासकर मिथिलांचल में धूमधाम से मनाया जाता है । पंडित पंकज झा शास्त्री ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वर्ष में कुल 24 चतुर्दशी होते हैं ।  इनमें नरक निवारण चतुर्दशी का अपना विशेष महत्व है । व्रत से पाप कर्म के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती है। नरक निवारण चतुर्दशी क

मातृनवमी विशेष-✍️ मातृ नवमी श्राद्ध के दिन घर पुत्रवधुएं को उपवास रखना चाहिए। क्योंकि इस श्राद्ध को सौभाग्यवती श्राद्ध भी कहा जाता है : पंकज झा शास्त्री

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  मातृनवमी विशेष-✍️ मातृ नवमी श्राद्ध के दिन घर पुत्रवधुएं को उपवास रखना चाहिए। क्योंकि इस श्राद्ध को सौभाग्यवती श्राद्ध भी कहा जाता है : पंकज झा शास्त्री जनक्रांति कार्यालय से पंकज झा शास्त्री मातृ नवमी का खास महत्व इसलिए है कि इसदिन परिवार की उन तमाम महिलाओं की पूजा की जाती है और उनके नाम से श्राद्ध भोज किया जाता है जिनकी मृत्यु हो चुकी है। मधुबनी, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 30 सितम्बर 2021 गुरूवार ) । मातृ नवमी श्राद्ध के दिन घर पुत्रवधुएं को उपवास रखना चाहिए। क्योंकि इस श्राद्ध को सौभाग्यवती श्राद्ध भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार नवमी का श्राद्ध करने पर श्राद्धकर्ता को धन, संपत्ति व ऐश्वर्य प्राप्त होता है तथा सौभाग्य सदा बना रहता है। अगर इस दिन जरूरतमंद गरीबों को या सतपथ ब्राह्मणों को भोजन करने से सभी मातृ शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सभी इच्छाएं होती हैं पूरी । मातृ नवमी का खास महत्व इसलिए है कि इसदिन परिवार की उन तमाम महिलाओं की पूजा की जाती है और उनके नाम से श्राद्ध भोज किया जाता है जिनकी मृत्यु हो चुकी है। इसलिए माताओं की पूजा होती

✍️👉🙏🏿🌹ज्योतिष शास्त्र पंचांग अनुसार आजका राशिफल..🌹🙏🏿 👈 👉✍️📖आजका राशिफल...📖🌹🙏🏿👈

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  ✍️👉🙏🏿🌹ज्योतिष शास्त्र पंचांग अनुसार आजका राशिफल..🌹🙏🏿 👈         👉✍️📖आजका राशिफल...📖🌹🙏🏿👈 जनक्रांति कार्यालय से नागेंद्र कुमार सिन्हा की रिपोर्ट              ✍️👉👀ज्योतिष शास्त्र पंचांग👀🌹🙏🏿👈 पटना/दरभंगा/मधुबनी/समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 28 सितंबर, 2021 ) ।  तिथि 28 सितम्बर 2021 दिन - मंगलवार विक्रम संवत - 2078 ( इंडिया 2077) शक संवत -1943 अयन - दक्षिणायन ऋतु - शरद मास -अश्विन (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार - भाद्रपद) पक्ष - कृष्ण तिथि - सप्तमी शाम 06:16 तक तत्पश्चात अष्टमी नक्षत्र - मृगशिरा रात्रि 08:44 तक तत्पश्चात आर्द्रा योग - व्यतिपात शाम 05:51 तक तत्पश्चात वरीयान् राहुकाल - शाम 03:29 से शाम  04:59 तक सूर्योदय - 06:30 सूर्यास्त - 18:28 दिशाशूल - उत्तर दिशा में व्रत पर्व विवरण - सप्तमी का श्राद्ध, महालक्ष्मी व्रत समाप्त* विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा  शरीर का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34) ।      ✍️👉📖 🌹 आज का राशिफल🌹 📖👈 🐐🐂💏💮🐅👩 01.मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू,

ज्योतिष शास्त्र विचार : 🌹📖राशिफल📖🌹

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  ज्योतिष शास्त्र विचार :                        🌹📖राशिफल📖🌹 जनक्रांति कार्यालय से नागेन्द्र कुमार सिन्हा द्वारा सम्प्रेषित पटना/दरभंगा/समस्तीपुर,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 02 अगस्त,2021 ) 👉🌹आज दिनांक 02 अगस्त से 08 अगस्त 2021साप्ताहिक राशिफल 🌹 01.मेष 🌹 मेष राशि के जातकों को इस सप्ताह किसी निर्णय को लेते समय दिल के साथ दिमाग का भी प्रयोग करना होगा, अन्यथा लाभ की बजाय नुकसान हो सकता है। कार्यक्षेत्र में किसी के बहकावे में आने से बचें। कोर्ट-कचहरी, कमीशन एवं भूमि-भवन से जुड़े कार्य करने वालों का समय समय शुभ है। थोक व्यापारियों के लिए कुछेक चुनौती बनी रहेगी। मेष राशि के जातकों इस सप्ताह अपने खान-पान का विशेष ख्याल रखना होगा। पेट से संबंधित समस्याएं पैदा सकती हैं। साथ ही वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। प्रेम संबंधों में सोच-समझकर कदम आगे बढ़ाएं। लव पार्टनर हो या फिर आपका जीवनसाथी, उसकी भावनाओं की अनदेखी न करें। संतान पक्ष से कोई सुखद समाचार प्राप्त हो सकता है। उपाय : किसी जरूरतमंद को तांबे का बर्तन दान करें। ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। 02.वृषभ 🌹 वृषभ राशि के