Posts

Showing posts with the label #अज्ञानता

🙏🌹🙏सुप्रभात्🙏🌹🙏 🕉️🙏 ओ३म् सादर नमस्ते जी 🕉️🙏 🌷🍃 आपका दिन शुभ हो 🌷🍃

Image
                            🙏🌹🙏 सुप्रभात् 🙏🌹🙏            🕉️🙏 ओ३म् सादर नमस्ते जी 🕉️🙏             🌷🍃 आपका दिन शुभ हो 🌷🍃 दिनांक  - - १८ अगस्त २०२० दिन  - - मंगलवार  तिथि  - - चतुर्दशी  नक्षत्र  - - आश्लेषा  पक्ष  - - कृष्ण  माह  - - भाद्रपद  ऋतु  - - वर्षा  सूर्य  - - दक्षिणायण  सृष्टि संवत  - - १,९६,०८,५३,१२१ कलयुगाब्द  - - ५१२१ विक्रम संवत्  - - २०७७ शक संवत्  - - १९४२ दयानंदाब्द  - - १९६                                            🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁                                                                                         🙏✍️ Gulshan kumar     🔥सत्यार्थप्रकाश- एक किताब जो बदल दे जीवन॥            --------------------------------------------------- समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 18 अगस्त,2020 ) ।      १. देश के लिए बलिदान होने वाला पहला क्रांतिकारी मंगल पांडे स्वामी दयानंद का शिष्य था। मंगल पांडे को चर्बी वाले कारतूस प्रयोग करने के कारण पानी न पिलाने वाले स्वामी दयानंद ही थे। प्रमाण: महान स्वतंत्रता सेनानी आचार्य

सुरक्षाकर्मियों द्वारा किया गया स्वतंत्रता दिवस पर उकेरे गए मानचित्र के साथ ही तिरंगे का अपमान

Image
  सुरक्षाकर्मियों द्वारा किया गया स्वतंत्रता दिवस पर उकेरे गए मानचित्र के साथ ही तिरंगे का अपमान जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट  जिस तिरंगे की शान के लिए लाखों हुऐ कुर्बान , आज उसी तिरंगे का किया गया अपमान  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 15 अगस्त,2020 ) । समस्तीपुर जिले में धूम धाम से 74वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास मनाया गया । वहीं कहीं- कहीं तिरंगे का अपमान भी किया गया । इसी क्रम में मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर शहर के बिहार पुलिस कर्मियों के साथ साथ समाज के शुभचिंतकों , समाजसेवियों के द्वारा भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडारोहण को लेकर धरती पे उकेरे गए भारत का मानचित्र के साथ ही तिरंगे का अपमान किए जाने का सनसनी खेज मामला सामने आया है । जहां लोग सेल्फी और पिक्चर खींचाने के चक्कर में ऐ तक नहीं देखा कि जिस तिरंगे का आज देश ही राष्ट्र वासी कर रहा है मान उसी का ऐ लोग फोटोज के चक्कर में किया सरेआम अपमान ।  जिसकी छायाचित्र फेसबुक, सोशल मीडिया पर वायरल होते ही तिरंगे के अपमान करने वाले पुलिसकर्मी एवं समाजसेवी पर लोगो का आक्रोश सोशल मीडिया में इस तरह

18 करोड़ PAN कार्डधारकों ने नहीं कराया ये काम, मिला 07 महीने तक की है मोहलत

Image
  18 करोड़ PAN कार्डधारकों ने नहीं कराया ये काम, मिला 07 महीने तक की है मोहलत जनक्रान्ति कार्यालय                            पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक  न ई दिल्ली, भारत ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज कार्यालय 13 अगस्त,2020 ) । केंद्र सरकार की ओर से जारी आंकड़े बताते हैं कि देश के करीब 18 करोड़ पैन कार्ड आधार से लिंक्ड नहीं हैं. आंकड़ों के मुताबिक बायोमैट्रिक पहचानपत्र आधार से अबतक 32.71 करोड़ स्थायी खाता संख्या (पैन) जोड़े जा चुके हैं । केंद्र सरकार की ओर से जारी आंकड़े बताते हैं कि देश के करीब 18 करोड़ पैन कार्ड आधार से लिंक्ड नहीं हैं. आंकड़ों के मुताबिक बायोमैट्रिक पहचानपत्र आधार से अबतक 32.71 करोड़ स्थायी खाता संख्या (पैन) जोड़े जा चुके हैं. वहीं, 29 जून तक 50.95 करोड़ पैन आवंटित किये गये हैं. मतलब ये कि अब भी 18 करोड़ के करीब पैन कार्ड आधार से लिंक नहीं हैं. अगर आप भी इस सूची में शामिल हैं तो आपके लिए सिर्फ 7 महीने की मोहलत है । दरअसल, बीते दिनों कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने फाइनेंस से जुड़ी कई अहम डेडलाइन को आगे बढ़ा दिया था. इसी में से एक डेडलाइन पैन और आधार लिंकिंग

🔥 ओ३म् 🔥 🌷वाणी का महत्व 🌷

Image
                                                        🔥 ओ३म् 🔥                          🌷 वाणी का महत्व 🌷                                               🔥 ओ३म् 🔥                         🌷वाणी का महत्व 🌷                                                                                                     ✍️ Gulshan kumar जनक्रान्ति कार्यालय  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 07 अगस्त, 2020 )     👉✍️वाणी का मनुष्य जीवन में बहुत महत्व है। वाणी से बोली गयी भाषा वक्ता के भावों को प्रकट करती है। वाणी द्वारा ही मनुष्य अपने भावों को दुसरे के मन में संप्रेषित कर सकता है। वाणी मनुष्य के चरित्र को दर्शाती है और मनोभावों को प्रकट करती है। वाणी से ही सुख और दुःख उपजते हैं और मनुष्य की शान्ति और अशांति का सीधा संबंध मनुष्य की वाणी का होता है। तीरों तलवारों से लगे घाव समय के साथ भर जातें है, लेकिन कटु वाणी से मन पर लगा घाव कभी नहीं भरता। इसका इतिहास प्रसिद्ध उदाहरण द्रोपदी का व्यंग्य  " अन्धो के तो अन्धे ही पैदा होते हैं  " जिससे महाभारत के युद्ध

शिलापट्ट से वर्तमान मुखिया का नाम नदारद मुखिया नहीं रहनेवाला व्यक्ति के नाम के आगे पूर्व मुखिया लिखा गया ग्रामीण जता रहें हैं विरोध

Image
शिलापट्ट से वर्तमान मुखिया का नाम नदारद मुखिया नहीं रहनेवाला व्यक्ति के नाम के आगे पूर्व मुखिया लिखा गया ग्रामीण जता रहें हैं विरोध वर्तमान सोंगर पंचायत के  मुखिया धर्मेंद्र राम जी को महादलित होने के कारण पंचायत सरकार भवन मे शिलापट्ट लगाया गया लेकिन अध्यक्षता मे(सामान्य व्यक्ति) को पूर्व मुखिया का नाम लिखा गया।वर्तमान मुखिया का नाम नही लिखा गया। जनक्रान्ति कार्यालय संवाददाता रिपोर्ट समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 30 जुलाई,2020 ) । समस्तीपुर जिला के मोरवा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सोंगर पंचायत में नवनिर्मित पंचायत सरकार भवन का उद्घाटन स्थानीय विधायक द्वारा किए जाने का शिलापट्ट लगाया गया।जिसमें अध्यक्षता में ऐसे व्यक्ति का नाम व पूर्व मुखिया दिया गया।जो संवैधानिक रुप से कभी पंचायत का मुखिया नहीं रहा। वर्तमान मुखिया धर्मेन्द्र राम हैं, जिसका नाम ही नहीं दिया गया।यह पंचायतवासियों व जनप्रतिनिधियों का अपमान है।दूसरी बात लिखा है मोरवा विधानसभा अंतर्गत पंचायत सरकार भवन सोंगर का निर्माण कार्य का उद्घाटन जबकि नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया गया है। पंचायत सरकार

🌷अंधविश्वास 🌷

Image
                                    🌷अंधविश्वास 🌷                           🕉️🙏ओ३म् सादर नमस्ते जी 🕉️🙏 समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 20 जुलाई, 2020 ) ।                           🌷🍃आपका दिन शुभ हो🌷🍃 दिनांक  - - २० जुलाई २०२० दिन  - -  सोमवार  तिथि  - - अमावस्या  नक्षत्र  - -  पुनर्वसु  पक्ष  - - कृष्ण  माह  - - श्रावण  ऋतु  - - वर्षा  सूर्य  - - दक्षिणायण  सृष्टि संवत्  - - १,९६,०८,५३,१२१ कलयुगाब्द  - - ५१२१ विक्रम संवत्  - - २०७७ शक संवत्  - - १९४२ दयानंदाब्द  - - १९६                                                   🌾🥀🌾🥀🌾🥀🌾🥀🌾🥀🌾                                                        🔥 ओ३म् 🔥                            🌷अंधविश्वास 🌷   अंधविश्वास वह बीमारी है जिससे हमनें अतीत में इतना कुछ गवांया। इसकी पूर्ति करने में पता नहीं हमें कितने वर्ष और लगेंगे। हम जब इतिहास उठाते है भारत की अनेकों हार का कारण जानना चाहते तो उसमें सबसे बड़ा कारण हमेशा अंधविश्वास के रूप में सामने पाते हैं। याद कीजिए सोमनाथ के मंदिर का इतिहास जब सोमनाथ