शिशुओं के सर्वांगीण और बौद्धिक क्षमता के विकास के लिए स्तनपान जरूरी: डॉक्टर विजय किशोर
शिशुओं के सर्वांगीण और बौद्धिक क्षमता के विकास के लिए स्तनपान जरूरी: डॉक्टर विजय किशोर इसुआपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को बोतल दूध मुक्त घोषित किया गया स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ विभाग का अनोखा पहल सिवान जिलासंवाददाता राजीव रंजन कुमार शर्मा की रिपोर्ट छपरा/सारण,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 07 अगस्त, 2020 ) । नवजात शिशुओं के सर्वांगीण और बौद्धिक क्षमता के विकास के लिए स्तनपान बहुत जरूरी है। स्तनपान का मुख्य उद्देश्य नवजात एवं शिशुओं में बेहतर पोषण को सुनिश्चित कराना है। साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर उन्हें संक्रामक रोगों के प्रति सुरक्षित करना है। उक्त बातें इसुआपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय किशोर ने कही। उन्होंने कहा कि स्तनपान से शिशुओं को कई तरह की बीमारियों से बचाया जा सकता है। जन्म के 1 घंटे के भीतर शिशुओं को स्तनपान कराने से नवजात शिशु मृत्यु दर में 20% तक की कमी लाई जा सकती है वहीं छह माह तक सिर्फ स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया से 11% एवं निमोनिया से 15% तक मृत्यु की संभावना कम