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बदलाव से समाधान की यात्रा में मूल तत्व कहीं खो न जाये : अजीत सिन्हा

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  ब दलाव से समाधान की यात्रा में मूल तत्व कहीं खो न जाये : अजीत सिन्हा जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट  प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक सह प्रवक्ता अजीत सिन्हा राँची,झारखण्ड ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 12 मार्च, 2021) । प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक सह प्रवक्ता अजीत सिन्हा ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर देश के राज्यों में होने वाले चुनाव के संबंध में संबंधित राज्यों के वोटरों को सावधान करते हुए कहा कि राष्ट्र में समय - समय पर परिवर्तन की लहर चल पडती है जो कि अच्छा है क्योंकि आम जनमानस के पास इसके सिवा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है लेकिन परिवर्तन की इस लहर में पार्टियों की गुडबिल और क्रेडिबीलिटी को नापने के साथ-साथ आपको यह भी देखनी होगी कि उनका चरित्र और चाल - चलन कैसा है..? अर्थात्‌ क्या वे अपने अपने वादे पर खड़े उतरते या उतरे हैं और यह खासकर पुरानी पार्टियों के सम्बंध में गौर करने की जरूरत है क्योंकि आजकल अधिकतर पार्टियाँ कहती कुछ और है और करती कुछ है।  इसलिये मेरी समझ से पार्टियों के साथ-साथ उनके उम्मीदवार पर ज्यादा गौर करने की ज

महिला सशक्तिकरण महिलाओं, समाज सेवी संगठनों और सरकार के प्रयास से ही सम्भव - अजीत सिन्हा

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  महिला सशक्तिकरण महिलाओं, समाज सेवी संगठनों और सरकार के प्रयास से ही सम्भव - अजीत सिन्हा   जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट   प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक सह प्रवक्ता अजीत सिन्हा राँची,झारखंड ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 08 मार्च, 2021 ) । प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक सह प्रवक्ता अजीत सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय जगत की महिलाओं को उनके 'महिला दिवस' पर उन्हें हृदय से बधाई देते हुये महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु शुभकामनाएं प्रकट करते हुए कहा कि यदि सही मायनों में महिला सशक्तिकरण हेतु महिलाओं को आगे बढ़ना है तो पहले उन्हें स्वयं ही आगे बढ़कर प्रयास करनी होगी और इसकी शुरुआत अपने घर से ही करनी होगी और इसके लिए उन्हें दूसरे घर की बहू - बेटियों को अपना समझना होगा और सबसे पहले दहेज रूपी दानवी शक्तियों से निपटने हेतु अपने आपको मानसिक रूप से तैयार करना होगा और खासकर बेटों वाली माताओं को अपना हृदय परिवर्तित कर दूसरे घर की बेटियों को बहु होते हुये भी अपनी बेटी स्वरुप में स्वीकार करनी होगी और वो भी बिना द