संसदीय कमेटी के द्वारा बनाए गए नियमोंनुसार जाति विशेष पर टिप्पणियाँ करना कानूनन अपराध
संसदीय कमेटी के द्वारा बनाए गए नियमोंनुसार जाति विशेष पर टिप्पणियाँ करना कानूनन अपराध जाति विशेष पर टिप्पणियाँ करने वालों के खिलाफ सर्वोंच्च न्यायालय में दायर की जा सकती है अपराधिक याचिका ब्राह्मणों के जजमान माने जाने वाले सृष्टि संस्कृति जन्मदाता धर्मराज भगवान चित्रगुप्त के वंशजों पर जाति विशेष का ठप्पा लगा ऊँगली उठाने वाले नियमों विरूद्ध अपराध करने वालों के खिलाफ कायस्थ हुए सशक्त जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट समाचार डेस्क/नई दिल्ली,भारत ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन 19 अगस्त 2021, )। सृष्टि की रचना के लिए ब्रह्मा जी के 50 हजार वर्ष तपस्या करने के उपरांत भगवान विष्णू के शरीर से उन्हीं के समान कलम दवात पुस्तक शस्त्र लिए भगवान विष्णू जी की दिव्य ज्योति स्वरूप धर्मराज भगवान चित्रगुप्त उनके ही शरीर से उत्पन्न होने पर उन्हें कायस्थों की श्रेणी में रख उन्हें बुद्धि का ज्ञाता समय आने पर क्षत्रिय की क्षेणी में रखा गया । जिनके लिए कहावतें बताई गई हैं की "कायस्थ मरा जब जानियों जब तैरावीं हो जाए" या "कायस्थ का बच्चा हमेशा सच्चा वक्त पड़े तो खा जाए कच्चा" मिथ्या बोलने अं