दीपक राजसुमन की दूसरी किताब अजनबी लड़की अजनबी शहर कॉलेज लाइफ पर है आधारित..

 दीपक राजसुमन की दूसरी किताब अजनबी लड़की अजनबी शहर कॉलेज लाइफ पर है आधारित..

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट 

लेखक दीपक राज सुमन ने अपनी दूसरी किताब अजनबी लड़की अजनबी शहर जनमानस के बीच में लाया

समाचार डेस्क/लखीसराय/मुंगेर,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 28 जुलाई,2021)। हर किसी का सपना होता है कॉलेज जाना, पढ़ाई करना, नए दोस्त बनाना, मौज मस्ती करना, वहां से अपने सपने को आगे ले जाना लेकिन कुछ एक लड़के लड़कियां होती हैं जो आगे जा पाते हैं अपने सपने को पूरा कर पाते हैं। कॉलेज लाइफ के ऊपर दीपक राजसुमन की हाल ही में एक किताब आई है अजनबी लड़की अजनबी शहर जो बाजार में धमाल मचा रही है। 

दीपक राजसुमन बिहार के लखीसराय के रहने वाले है। उनकी पहले भी एक किताब आ चुकी है अधूरा इश्क अधूरी कहानी ये भी बाजार में खूब बिकी। दीपक कहते हैं वर्तमान समय में इश्क होता क्या है लोग भूल चुके हैं आज इश्क का मतलब होता जिस्म का मिलन। यही कारण है कि आजकल अपराध में बढ़ोतरी देखी जा रही है। 

अजनबी लड़की अजनबी शहर कॉलेज लाइफ के ऊपर आधारित है। ये उन लड़के लड़कियों को सचेत करती है जो कॉलेज तो बड़े बड़े सपने लेकर आते हैं अपने मां बाप के अरमानों को लेकर आते हैं लेकिन छोटी सी शारीरिक खुशी के लिए अपने सपने, मां बाप के अरमान को भूल जाते हैं और इश्क मोहब्बत में पड़ कर अपनी पूरी जिंदगी बर्बाद कर लेते हैं। 

ये किताब अधूरा इश्क अधूरी कहानी का दूसरा भाग है। जिसे ऑथर्स ट्री पब्लिशिंग के द्वारा प्रकाशित की गई है। इस किताब में दीपक ने हर उस पहलुओं को लिखने की कोशिश की है जो आज के लड़के लड़कियां कॉलेज लाइफ में देखते हैं महसूस करते है। गलतियां करते हैं और फिर उस गलतियों की दलदल में फसंते चले जाते हैं। दीपक की दोनों किताब अमेजन और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।

उपरोक्त जानकारी दीपक राज सुमन द्वारा वाट्सएप माध्यम से दिया गया।

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित । 

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