मानव जीवन : जीवन में फूलों की तरह महका करो
मानव जीवन
रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा
मानव जीवन
👉🙋जीवन में फूलों की तरह महका करो,
चिड़ियों की तरह हरदम चहका करो.
राष्ट्र को कुछ ना दे सका तो सब बेकार,
ज्योति बनकर समाज में लहका करो.
जीवन में फूलों की........
आए हो जग में इसका कुछ तो उपयोग हो,
हर जन के लिए तुम्हारा कुछ तो सहयोग हो.
दुखी जन के लिए कुछ कर चलो,
मानव जीवन में तुम्हारा ऐसा प्रयोग हो,
देश और समाज के प्रति वफादार बनो,
समर्पित हो राष्ट्र के प्रति आयशा समझदार बनो,
पीछे कुछ ना देखो कर्म करते चलो,
अपने कर्म के प्रति पूरी ईमानदार बनो, यही कर्म तेरा सदा साथ निभाएगा.
जैसा करोगे कर्म वैसा ही फल पाएगा,
अंत समय कोई कुछ लेकर नहीं जाता है,
तेरा कर्म ही हमेशा तेरे साथ जाएगा,
प्रमोद की सुन लो अब सबों से विनती.
कर लो अपने शुभ कर्मों की गिनती,
भलाई कर चलो जग में तेरा भी भला होगा,
नहीं तो पड़ेंगे तेरे सर परभी लोहे की खंती.
👉✍️रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा
राष्ट्र को कुछ ना दे सका तो सब बेकार,
ज्योति बनकर समाज में लहका करो.
जीवन में फूलों की........
आए हो जग में इसका कुछ तो उपयोग हो,
हर जन के लिए तुम्हारा कुछ तो सहयोग हो.
दुखी जन के लिए कुछ कर चलो,
मानव जीवन में तुम्हारा ऐसा प्रयोग हो,
देश और समाज के प्रति वफादार बनो,
समर्पित हो राष्ट्र के प्रति आयशा समझदार बनो,
पीछे कुछ ना देखो कर्म करते चलो,
अपने कर्म के प्रति पूरी ईमानदार बनो, यही कर्म तेरा सदा साथ निभाएगा.
जैसा करोगे कर्म वैसा ही फल पाएगा,
अंत समय कोई कुछ लेकर नहीं जाता है,
तेरा कर्म ही हमेशा तेरे साथ जाएगा,
प्रमोद की सुन लो अब सबों से विनती.
कर लो अपने शुभ कर्मों की गिनती,
भलाई कर चलो जग में तेरा भी भला होगा,
नहीं तो पड़ेंगे तेरे सर परभी लोहे की खंती.
👉✍️रचनाकार प्रमोद कुमार सिन्हा
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