गांव की गलियां ये चौबारा यहां आना ना दोबारा। स्वच्छता का पीटते ढिंढोरा यहां जलभराव गंदगी का अंबार

गांव की गलियां ये चौबारा यहां आना ना दोबारा।

स्वच्छता का पीटते  ढिंढोरा यहां जलभराव गंदगी का अंबार

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट

कोरोना महामारी में आखिर गंदे पानी में गांव वालों को नहीं होगा कोरोना।

समसाबाद,उत्तरप्रदेश ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 05 अगस्त,2020 )। वर्षों पूर्व पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत स्वच्छ भारत का अभियान शुरू किया था तो स्वच्छता की दिशा में आमूलचूल परिवर्तन की उम्मीद जागी थी साफ सफाई के लिए घर घर अलख जगाने के लिए कर पछता का भारी-भरकम गाइडलाइन भी जारी की गई थी मानव जल्दी ही गंदगी के कलंक से मुक्ति मिलने वाली थी ।अवशोषित नी जतन के बाद भी बहुत कुछ नहीं बदल पाया कागजी घोड़ा दौड़ा में व्यस्त विभाग हकीकत से मुंह चुराता रहा । इतने दिन महज सफाई का  ढिंढोरा पीटने में ही बीत गया हाथ में झाड़ू लिए स्वच्छता का अलग जगाने निकले थे । जिम्मेदार अखबार की सुर्खियां बन  जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिए सन 1982 मैं राज कपूर द्वारा निर्देशित फिल्म प्रेम रोग  ये गलियां यह चौबारा यहां आना ना दोबारा गीत लता मंगेशकर द्वारा गाया गया दिलों को छू लेने वाले  गीत नरेंद्र शर्मा और संतोष आनंद  द्वारा लिखे गए गीत के बोल  सटीक से लग रहे हैं अब इसे संयोग कहें या दुर्भाग्य जो  पुरानी यादों को सोचने को मजबूर कर रहे हैं वैसे तो कागजों ब स्वच्छ शमशाबाद सुंदर शमशाबाद का स्लोगन लिखा दिया जाएगा लेकिन इसके अलावा हर जगह गंदगी कूड़ा और सड़कों पर पानी भरा नजर आएगा  गांव बास महुआ में स्थाई निवास बना चुके  लोगों को तो बदबू के बीच  पानी  गंदगी  कीचड़ से गुजरना मजबूरी ब आदत सी बन गई है  लेकिन बाहर से आने वाले लोगों के दिमाग में   ग्राम पंचायत की मेहरबानी से ऐसी छवि बनाई जा रही है कि हर आगंतुक  एक बार आने के बाद यही  बोलेगा यह गलियां यह चौबारा यहां आना ना दोबारा यही हाल है  शमशाबाद की  ग्राम पंचायत महरमपुर   के ब्लाक शमशाबाद क्षेत्र के गांव बास महुआ में पूरे गांव में कहीं कम तो कहीं अधिक जलभराव है। जिससे लोगों के मार्ग बंद रहते हैं। जलभराव की परेशानी से कहीं लोग जा रहे हैं ना आ रहे हैं। आखिर किस कसूर पर दी है इन्हें सजा। गांव में दो तालाब है आखिर दोनों तालाब भरे रहते हैं दोनों तालाबों का पानी एक दूसरे में हेराफेरी करते रहते हैं। गांव वालों का कहना है कि दोनों तालाबों की सफाई नहीं हुई है। गांव में जलभराव होने के कारण गंदगी पनप रही है लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ रहा है। इस गंदगी से गांव वालों को डेंगू मलेरिया जैसी बीमारी होने की संभावना है। गांव की गलियां योगी सरकार की योजना स्वच्छ भारत अभियान को पलीदा लगाती नजर आ रही है। कोरोना महामारी में आखिर गंदे पानी में गांव वालों को नहीं होगा कोरोना।

समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अवधेश कुमार यादव की रिपोर्ट प्रकाशित । Published by Jankranti..

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