आजका ज्योतिषीय पंचांग.. सुप्रभात्

 आजका ज्योतिषीय पंचांग..

सुप्रभात्

जनक्रांति कार्यालय से नागेंद्र कुमार सिन्हा की ज्योतिष विचार 

आजका ज्योतिषीय पंचांग 

अध्यात्म डेस्क ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 25 अप्रैल,2021 ) । जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन प्रकाशन परिवार की प्रस्तुति आजका ज्योतिषीय पंचांग ...
तिथि: 25 अप्रैल 2021
दिन - रविवार
विक्रम संवत - 2078 
शक संवत - 1943
अयन - उत्तरायण
ऋतु - ग्रीष्म
मास - चैत्र
पक्ष - शुक्ल 
तिथि - त्रयोदशी शाम 04:12 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र - हस्त 26 अप्रैल रात्रि  01:55 तक तत्पश्चात चित्रा
योग - व्याघात सुबह 08:15 तक तत्पश्चात हर्षण
राहुकाल - शाम 05:25 से शाम 07:01 तक 
सूर्योदय - 06:13
सूर्यास्त - 19:00
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण - अनंग त्रयोदशी
वास्तु शास्त्र
यदि घर में देवी-देवताओं के चित्र लगे हों तो घर में कई तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में हनुमान जी की तस्वीर लगाने से कई लाभ मिलते हैं। अगर घर में वास्तु के नियमानुसार सही दिशा में सही तरह से हनुमानजी की तस्वीर लगाई जाए तो कई लाभ हो सकते हैं।


👉हनुमानजी बाल ब्रहमचारी है इसलिए उनकी तस्वीर बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए। बेडरूम में लगाई गई हनुमानजी की तस्वीर शुभ फल नहीं देती।
👉भगवान हनुमानजी की तस्वीर घर या दुकान में दक्षिण दिशा की ओर लगाना सबसे अच्छा माना जाता है। क्योंकि हनुमानजी ने अपनी शक्तियों का प्रयोग दक्षिण दिशा की ओर दिखाया था।
👉घर मे पंचमुखी, पर्वत उठाते हुए या राम भजन करते हुए हनुमानजी की तस्वीर लगाना सबसे अच्छा होता है। इससे घर के सभी दोष खत्म हो जाते हैं।
👉उत्तर दिशा में हनुमानजी की तस्वीर लगाने पर दक्षिण दिशा से आने वाली प्रत्येक नकारात्मक शक्ति को हनुमानजी रोक देते हैं। इससे घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
👉जिस रुप में हनुमानजी अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हो. ऐसी तस्वीर घर में लगाने से किसी तरह की बुरी शक्ति घर में प्रवेश नहीं कर पाती।*
👉हनुमानजी की तस्वीर पर सिंदूर जरुर लगाना चाहिए। ऐसा न कर पाने पर सिंदूर का केवल तिलक भी किया जा सकता है। इससे सभी मनोकामनाएं जरुर पूरी होती हैं ।
हनुमान जयंती
🙏🏻  हनुमान
  हनुमानजी का यह नाम इसलिए पड़ा क्योकि एक बार क्रोधित होकर देवराज इंद्र ने इनके ऊपर अपने वज्र का प्रहार किया था यह वज्र सीधे इनकी ठोड़ी (हनु) पर लगा। हनु पर वज्र का प्रहार होने के कारण ही इनका नाम हनुमान पड़ा ।*
🙏🏻  अंजनीपुत
 माता अंजनी के पुत्र होने के कारण ही हनुमानजी का एक नाम अंजनीसुत भी प्रसिद्ध है ।
🙏🏻  वायुपुत्र
 हनुमानजी का एक नाम वायुपुत्र भी है । पवनदेव के  पुत्र होने के कारण ही इन्हें वायुपुत्र भी कहा जाता है ।
🙏🏻 महाबल 
  हनुमानजी के बल की कोई सीमा नहीं हैं । इसलिए इनका एक नाम महाबल भी है ।
🙏🏻  सीताशोकविनाशन
  माता सीता के शोक का निवारण करने के कारण हनुमानजी का ये नाम पड़ा । 

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा नागेन्द्र कुमार सिन्हा की अध्यात्म विचार ज्योतिष पंचांंग प्रकाशित व प्रसारित ।

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