प्रो० राजेश सिंह को मिला कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार

प्रो० राजेश सिंह को मिला कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार 

                                           प्रो० राजेश सिंह

कार्यालय संवाददाता


दरभंगा,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 30 अप्रैल,20 ) । पूर्णियां विश्वविद्यालय पूर्णियां‌ के कुलपति प्रो० राजेश सिंह को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार मिला है।  राजभवन सचिवालय द्वारा निर्गत अधिसूचना के अनुसार प्रो सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार 2 मई 2020 से ग्रहण करेंगे ।ज्ञात हो कि राजभवन द्वारा इससे पूर्व इन्हें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार भी सौंपा गया था। पूर्व में इन्हें बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर का भी कुलपति का प्रभार मिला था। अपनी विद्वत्ता एवं प्रशासनिक दक्षता के कारण इन्होंने पूर्णिया विश्वविद्यालय में अपने दो वर्षों के कार्यकाल में कई उपलब्धियां हासिल की है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में  23 मार्च 2020 को पदभार ग्रहण करने के बाद लॉक डाउन की परिस्थिति में विश्वविद्यालय में छात्र हित में शिक्षकों से ऑनलाइन पाठ्य सामग्री तैयार करा कर महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड कराने का कार्य किया। दोनों ‌विश्वविद्यालयों में अबतक लगभग बीस हजार पाठ्य सामग्री अपलोड किये जा चुके हैं। साथ ही पदाधिकारियों , प्रधानाचार्य के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर लंबित परीक्षाओं, नामांकन एवं विभिन्न निकायों की बैठकों की तिथि निर्धारित की है।यह इनके दूरदर्शी प्रकृति एवं कुशल नेतृत्व का परिचायक है। प्रो सिंह के मार्ग निर्देशन में दोनों विश्वविद्यालय उत्तरोत्तर प्रगति कर रही है। इनकी प्रशासनिक कार्यदक्षता के कारण ही महामहिम कुलाधिपति महोदय ने इन्हें  तीन‌ विश्वविद्यालयों का कुलपति नियुक्त किया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो जय गोपाल, अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, संस्कृत विश्वविद्यालय के अभिषद सदस्य प्रो अजीत चौधरी, प्रो विनय कुमार चौधरी एवं डा कन्हैया चौधरी ने प्रो सिंह  को संस्कृत  विश्वविद्यालय का प्रभार सौपे जाने पर‌ प्रसन्नता व्यक्त की है ‌तथा आशा‌ की है ‌कि अब संस्कृत विश्वविद्यालय को भी इनके कुशल नेतृत्व का लाभ प्राप्त ‌होगा। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

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