सच्चाई लिखना पत्रकार को पड़ा महंगा ईओ ने अधिकारियों को गलत तथ्य बता कर दर्ज कराया हरिजन एक्ट का मुकद्दमा, पत्रकारों में फैला रोष

सच्चाई लिखना पत्रकार को पड़ा महंगा
ईओ ने अधिकारियों को गलत तथ्य बता कर दर्ज कराया हरिजन एक्ट का मुकद्दमा, पत्रकारों में फैला रोष

कायमगंज से दानिश खान की रिपोर्ट 

.                                पीड़ित आज दैैैनिक के पत्रकार प्रदीप गुप्ता 

भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए चेयरमैन और ईओ ने पत्रकार को बनाया मोहरा

मुकद्दमा वापस न होने पर पत्रकार खोल सकते हैं मोर्चा

कायमगंज,उत्तरप्रदेश ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 28 मई,2020 )। अपनी खबरों के माध्यम से नगर पालिका प्रशासन को आईना दिखाने वाले पत्रकार के खिलाफ ईओ ने हरिजन एक्ट के तहत मुकद्दमा दर्ज कराया है। ईओ की इस करवाई से पत्रकारों में रोष व्याप्त है। यही नहीं नगर वासियों में भी नगर में मानक के अनुरूप न हो रहे विकास कार्यों से आक्रोश है।उनका मानना है कि भृष्टाचार छुपाने के लिए पत्रकार को मोहरा बनाया गया है।
      बतादें कि आज समाचार पत्र के संवाददाता प्रदीप गुप्ता ने पिछले दिनों नगर पालिका द्वारा नगर में एक साथ कई सड़कों का निर्माण शुरू करा दिया था। जिसमें मानक और स्टीमेट के अनुरूप कार्य न कराये जाने का सभासदों व नगरवासियों ने विरोध कर काम रुकवा दिया था। इस सम्बंध में श्री गुप्ता ने अपने पत्र में प्रमुखता से समाचारों का लगातार प्रकाशन किया था। जो चेयरमैन सुनील चक और ईओ सीमा तोमर को रास नहीं आया। उन्होंने पहले तो एक सभासद सतपाल लोधी के खिलाफ हरिजन एक्ट के तहत मुकद्दमा दर्ज कराया उसके बाद श्री गुप्ता के खिलाफ उच्चाधिकारियों को गलत तथ्यों के आधार पर बरगला कर आज मुकद्दमा दर्ज करा दिया। जिससे स्थानीय पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। वे जल्द ही ईओ और चेयरमैन के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का मन बना चुके हैं।
   बतादें की नगर पालिका द्वारा इन दिनों नगर के मुख्य मार्गों को हॉटमिक्स से बनाने के प्रस्ताव को अमली जामा पहनाया जा रहा है। हॉटमिक्स के नाम पर सिर्फ लेबिल मशीन ही मंगाई गई है। गिट्टी को मिक्सर के माध्यम से तारकोल में मिक्स कर ट्रैक्टरों के माध्यम से सड़कों पर फैलाकर हॉटमिक्स का दिखावा किया जा रहा है। सड़क बनाने से पहले मिट्टी भी सही से साफ नहीं कराई जा रही है। यही नहीं नगर की कई ऐसी गलियों का निर्माण कराया जा रहा है। जिन्हें पूर्व पालिकाध्यक्षों द्वारा बनवाया गया था। उनकी गुणवत्ता को नगरवासी आज भी याद कर प्रशंसा करते दिखते हैं। उन गलियों को चेयरमैन के चहेते ठेकेदारों द्वारा बनवाया जा रहा है। यदि कोई व्यक्ति या सभासद विरोध करता है तो ठेकेदार उन्हें भी हरिजन एक्ट का भय दर्शाकर खामोश कर देते हैं। यही कारण है किपालिका प्रसाशन अपनी मनमानी करने पर तुला हुआ है। नगर के मुख्य मार्गों पर उड़ती धूल से भी लोग आजिज आ चुके हैं। नगरवासियों में इन दिनों इस कदर आक्रोश है कि किसी भी समय वह सड़कों पर फुट सकता है। समस्तीपुर कार्यालय से राजेेेश कुमार वर्मा द्वारा दानिश खान की रिपोर्ट प्रकाशित । Published by Rajesh kumar verma 

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