बिहार विधानसभा चुनाव-2020 की मतदान की शोरगुल शुरू होते ही समस्तीपुर जिले की राजनीतिक दलों में दल - बदल कार्यक्रम की जोरशोर से हुई शुरुआत

बिहार विधानसभा चुनाव-2020 की मतदान की शोरगुल शुरू होते ही समस्तीपुर जिले की राजनीतिक दलों में दल - बदल कार्यक्रम की जोरशोर से हुई शुरुआत 

                                                  राजेश कुमार वर्मा 

जदयू-लोजपा-राजद-कांग्रेस-भाजपा से विक्षुब्ध पदाधिकारी सहित कार्यकर्ता थाम रहें छोटे छोटे दल का दामन

समस्तीपुर कार्यालय 

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 30 जून,2020 ) । बिहार विधानसभा चुनाव-2020 की चुनावी बिगुल बजते ही समस्तीपुर जिला सहित राज्य के अन्य शहरों में सियासी दिग्गज राजनीतिक दलों में भारी फेरबदल होने लगा है और हो रहा है । वहीं राजद-कांग्रेस-भाजपा-जदयू-लोजपा से विक्षुब्ध पदाधिकारी एंव राजनैतिक पार्टी के सदस्य कार्यकर्ता अन्य छोटे छोटे राजनीतिक दलों के दामन थाम सियासी वैतरणी पार करने को आतुर दिखाई दे रहे हैं।
समस्तीपुर जिले की सियासत में बदलाव की संभावना प्रवल बनती जा रही है । क्योंकि जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के विक्षुब्ध कार्यकर्ता-पदाधिकारी मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी की दामन भारी मात्रा में थाम कर बिहार की राजनीतिक में एक नये भूचाल लाने की तैयारी में है।
फिलहाल मिल रही जानकारी के अनुसार राजद - लोजपा - जदयू के कार्यकर्ता व पदाधिकारी इधर से उधर दल बदल करते दिखाई दे रहे हैं । समस्तीपुर जिले की विगत पांच सालों में हमारे विधायक जनप्रतिनिधि किस तरह का ग्रामीणों के साथ ही क्षेत्र का विकास किया हैं । अगर धरातलीय शहरी क्षेत्रों को छोड़कर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के विधानसभा इलाके को देखते हैं तो विकास सड़क, हर घर जल नल,आंगनबाड़ी, जीविका, शौचालय, आवास, राशन वितरण या अन्य सरकारी योजनाओं जैसे मनरेगा, प्रधानमंत्री योजना, मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास, वित्त अनुदान, आपदा, किसान, कबीर अंतेष्टि के साथ साथ अन्य योजनाओं से सहायता या विकास किस हद तक भूस्थल पर शत प्रतिशत ग्रामीणों को मिलने वाली सहायता या विकास किया गया हैं और हमारे जनप्रतिनिधि किए है, जगजाहिर है। ग्रामीण क्षेत्रों के इलाके के ग्रामीणों ने चर्चा के दरमियान कहा कि जर्जर सड़क ,हर घर जल नल योजना , शौचालय, आवास योजना , भूमि अधिग्रहण, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, दाखिल-खारिज, जैसे अनेकों प्रकार की राजस्व से संबंधित मामलों से हमलोग पीड़ित है । सरकार से लेकर विधायक, सांसद, स्थानीय जनप्रतिनिधि ,जिला प्रशासन के साथ ही राज्य प्रशासन-शासन तक लिखित शिकायत करने के बावजूद भी कहीं से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होती है । इसबार विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा हमारे जनप्रतिनिधि के साथ ही ढ़कोसला बाजी घोषणा कर जनता को लूभाने वाले राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को अवश्य भुगतना पड़ेगा ।
समस्तीपुर कार्यालय से प्रकाशित ।

 Published by Rajesh kumar verma

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित