जीविका के तहत आवंटित लोन को माफ करो और जीविका दीदी को दस हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देने की गारंटी करो - मो० कमालउद्दीन
जीविका के तहत आवंटित लोन को माफ करो और जीविका दीदी को दस हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देने की गारंटी करो - मो० कमालउद्दीन
कोरोना राहत में दो महीने का दाल और चना की कालाबाजारी के खिलाफ कारवाई करो - फूलबाबू सिंह
पीला कार्ड के राशन चोरी करने वाले डीलरों का लाइसेंस रद्द करो- फिरोजा बेगम
उजियारपुर से रुपेश कुमार चौरसिया की रिपोर्ट
उजियारपुर/समस्त्तीपुुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 23 जून 2020 ) । भाकपा- माले प्रखंड कमेटी के आह्वान पर भाकपा-माले जिला कमेटी सदस्य फिरोजा बेगम के अध्यक्षता में सैदपुर कमला पंचायत में राशन, दाल और चना की कालाबाजारी के खिलाफ धरना दिया गया । धरना में उपस्थित माले कार्यकर्ताओं ने जीविका से जुड़े महिलाओं का सूद सहित कर्ज माफ करने , प्रवासी मजदूरों को कोरोनटाईन सहायता राशि देने, राशन कार्ड से वंचित सभी जरूरतमंद परिवार को राशन देने, कोरोना सहायता राशि के तहत दस हजार रुपए प्रतिमाह हर परिवार को सहायता देने, मनरेगा के तहत निबंधित व्यक्ति को काम देने और अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा राशन की कालाबाजारी रोकने हेतु तत्काल पंचायत अनुश्रवण कमेटी के गठन करने की मांग किया गया है। जिला स्थायी कमेटी के सदस्य फूलबाबू सिंह ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना सहायता के नाम पर दो महीने का दाल और प्रत्येक पंचायत को आवंटित 50 क्विंटल चना का कहीं अता-पता नहीं चल रहा है इस कालाबाजारी में सत्ता और विपक्ष दोनों की मिली-जुली सहमति है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राहत के नाम पर राशन की लुट मची है। डीलरों ने एकमत कर समाज के आखरी पायदान पर खड़े पीला कार्ड के उपभोक्ताओं को राशन के नाम पर 5 किलो के हिसाब से चावल- गेहूं दिया गया है जो कि उपभोक्ता के साथ अन्याय है । भाकपा (माले) इस कालाबाजारी के खिलाफ कारवाई करने की मांग को लेकर भंडाफोड़ आन्दोलन चला रहा है जिसके तहत पंचायत स्तर पर धरना दिया जाएगा ।
जिला कमेटी सदस्य फिरोजा बेगम ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी ने गरीबों को कमरतोड़ कर रख दिया है। इसलिए मनरेगा के तहत रजिस्टर्ड सभी मजदूरों को तीन महीने का भत्ता देने की सरकार गारंटी करे । प्रखंड कमेटी सदस्य मोहम्मद कमालउद्दीन ने कहा कि जीविका से जुड़े महिलाओं का सूद और कर्ज सरकार को तत्काल माफ करना चाहिए । साथ ही जीविका दीदी को दस हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय भत्ता दिया जाना चाहिए। धरना में रायबहादुर सहनी, संतलाल सहनी, मुन्नीलाल सहनी,मो० एजाज़,मो० सादिक, बनारसी देवी,कुरैशा खातुन, जोहरा खातुन, अफसाना खातुन, शबाना खातुन, गिरजा देवी,तविजन खातुन,गिन्नी खातुन,मो० फरमान, अली अकबर,अशर्फी राम और मो० वकील आदि ने भाग लिया ।
समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा रूपेश कुमार चौरसिया की रिपोर्ट प्रकाशित । Published by
Rajesh kumar verma
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