जीवन्त व चलंत पाठशाला है सामाजिक संस्थाएं - अनामिका

जीवन्त व चलंत पाठशाला है सामाजिक संस्थाएं - अनामिका


सामाजिक गतिविधियों में समुदाय आधारित रोजगार की संभावना विषयक इन्टर्नशिप कोर्स संपन्न

समस्तीपुर कार्यालय 

समस्तीपुर,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 25 जून,2020 )। सामाजिक गतिविधियों में समुदाय आधारित रोजगार की संभावना से जुड़े विषय पर 45 दिवसीय विशेष इंटर्नशिप कार्यक्रम का विधिवत समापन हो गया। उक्त आशय की जानकारी देते हुए आशा सेवा संस्थान के सचिव अमित कुमार वर्मा ने बताया कि लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब की दो छात्राओं अनामिका कुमारी और अपराजिता कुमारी को  इंटर्नशिप के लिए भेजा गया था। कोविड-19 के कारण विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंटर्नशिप का कोर्स  6 मई से 19 जून तक चला।छात्राओं ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 में किये गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए  विभिन्न राज्यों के संस्थानों एवं सरकारी पदाधिकारियों द्वारा कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित अमित कुमार वर्मा को विश्वविद्यालय द्वारा हमारे इंटर्नशीप के लिए चुना गया। इंटर्नशिप कार्यक्रम के बारे में बताते हुए श्री वर्मा ने कहा कि  इस दौरान दोनों छात्राओं को  अकादमी, दिल्ली, चेयरमैन अनिल कर्ण, प्रियांशी सेवा संस्थान की सचिव रोटेरियन डॉ. अमृता कुमारी, चेतना के अध्यक्ष डॉ. मिथिलेश कुमार, एनजीओ संघ के सचिव संजय कुमार बबलू, जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र के सुरेंद्र कुमार, आदि ने सामाजिक गतिविधियों की रूपरेखा और चुनौतियों पर विस्तार से बताया। वहीं पी.एम., निधि योजना के शशिभूषण सिंह, कार्यकर्म प्रबंधक एफिकोर प्रमोद कुमार, आरटीआई, विशेषज्ञ ब्रजेश कुमार, ने सरकारी गतिविधियों एवं कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी दी तो निदेशक, ईडन पब्लिक स्कूल, ब्रजकिशोर कुमार, सचिव, द्रोणाचार्य वेलफेयर सोसायटी रंजीत कुमार द्वारा विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के बारे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा जानकारी दी गई। इस क्रम में इन्हे स्वरोजगार से जुड़े व्यवसाय मशरूम उत्पादन, जैविक खेती, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, बायो गैस प्लांटेशन, मत्स्य पालन, आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, साथ ही समेकित कृषि प्रणाली एवं समुदायिक कृषि की विशेषता और इसके फायदे बताते हुए संजय कुमार राजा ने बताया कि गांव लौटे मजदूरों केलिए समुदायिक कृषि भी एक बेहतर विकल्प है। इंटर्नशीप कोर्स के समापन के बाद मंगलवार को आशा सेवा संस्थान के सचिव श्री वर्मा ने बीते 45 दिनो में अनामिका और अपराजिता की विषय के प्रति बारीकियों को जानने सीखने की जिज्ञासा की जम कर तारीफ की और उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर अनामिका ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन्त व चलंत पाठशाला है सामाजिक संस्थाएं, जहां हर दिन एक नई सीख और चिर नवीन अनुभव आपकी प्रतीक्षा कर रहा होता है। अलग अलग क्षेत्र के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि 45 दिन कैसे बीत गए पता नहीं चला, आज भी लगता है कि बहुत कुछ बाकी रह गया। मौके पर विभिन्न सामाजिक संस्थानों ने भी दोनों छात्राओं को कोराना योद्धा सम्मान प्रदान किया।

समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित । Published by Rajesh kumar verma

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