समाजसेवी विकास दादा ने कम उम्र में ही जीत लिया है जनता का दिल
समाजसेवी विकास दादा ने कम उम्र में ही जीत लिया है जनता का दिल
विकास दादा
उत्तरप्रदेेश ब्यूरो डॉ०केशव आचार्य गोस्वामी की रिपोर्ट
गोवर्धन/मथुरा,उत्तरप्रदेश ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 02 जून,2020 ) । वक्त से पहले हादसों से लड़ा हूं मैं अपनी उम्र से कई साल बड़ा हूं जी हां इन पंक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया है ब्रज विकास दल द्वारा कोरोना योद्धा प्रमाण-पत्र से सम्मानित गोवर्धन क्षेत्र के छोटे से गांव आन्यौर के स्थानीय निवासी विकास दादा(24) ने जो फिलहाल बेसहारा गायों को रोज 600 किग्रा. हरा चारा खिला रहे हैं वे इस सेवा से बहुत खुशी हैं उन्होंने कहा कि गाय हमारी मां समान है और मां की भूख मिटा कर मैं बहुत खुश हो जाता हूं विदित हो कि विकास दादा कई सेवाओं को अंजाम दे चुके हैं वह कक्षा 1 से 5 तक निशुल्क स्कूल भी गरीब बच्चों के लिए चला रहे हैं,लॉकडाउन में 235 परिवारों को आटा व खाद्य सामग्री वितरित,सर्दियों में परिक्रमार्थियों के लिए अलाव,लॉकडाउन में 10 बार हवन आदि सेवा करा चुके हैं उन्होंने कहा कि उम्र कोई मायने नहीं रखती सेवा के बिना मैं अपनी जिंदगी की कल्पना नहीं कर सकता साथ ही उन्होंने बताया कि वे अपने आलोचकों को अपने समर्थकों से ज्यादा प्यार करते हैं क्योंकि आलोचकों उनमें कुछ और अलग करने का जज्बा भरते हैं।उन्होंने कहा कि मुझसे किसी का दुःख सहन नहीं होता और इसी कारण मुझमें आज सेवा का भाव और मेरा दिल दरियादिली हो चुका है।उन्होंने 3 साल गोवर्धन भाजपा में पद पर रहते हुए सेवाएं देकर पिछले वर्ष राजनीति से सन्यास ले लिया था।बता दें कि विकास दादा जब 20 वर्ष के थे तब उन्होंने निःशुल्क स्कूल की स्थापना दानदाताओं के सहयोग से की,अब उनका सपना अपने गाँव में चली आ रही भीख माँगने की परम्परा को जड़ से उखाड़ फेंकने का है और वे हर बच्चे के हाथ में कलम देखना चाहते हैं। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा डॉ० केशव आचार्य गोस्वामी की रिपोर्ट ।
Published by Rajesh kumar verma
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