कोरोना महामारी लॉकडाउन से उत्पन्न हुई गांवों में भुखमरी की स्थिति से बंजारा परिवार के 200 से उपर है आहत
कोरोना महामारी लॉकडाउन से उत्पन्न हुई गांवों में भुखमरी की स्थिति से बंजारा परिवार के 200 से उपर है आहत
समस्तीपुर कार्यालय
बंजारा परिवार के भूखे प्यासे बच्चे
सरकारी प्रमाण पत्र के अभाव में जिल्लत की जिन्दगी जीने को विवश है : महावीर पोद्दार
समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 12 जुलाई,2020 ) । कोरोना महामारी लॉकडाउन से उत्पन्न हुई गांवों में भुखमरी की स्थिति से 200 से उपर परिवार है आहत । बताया जाता है कि उजियारपुर प्रखंड के विरनामा तुला अन्तर्गत सुपौल गाँव के वार्ड नं 01 में करीब पचास वनजारा परिवार के करीब 200 लोग कोरोना काल में भूखमरी के कगार पर पहुँच चुके हैं। लाॅक डाउन और कोरोना वायरस के कारण इनके परम्परागत जीविका के साधन बन्द है। भाकपा माले प्रखंड सचिव महावीर पोद्दार के नेतृत्व में भाकपा माले की सुपौल शाखा सचिव उमेशकुमार राय, कपिलेश्वर पासवान, विष्णुदेव साह,दिनेश पासवान, शिवचन्द्र राय, राम चन्द्र राय,राम बलि पासवान, ठक्कन पासवान सहित अन्य लोगों ने सभी बंजारा परिवार से मिल कर उनके स्थितियों की जायजा लिया।
विदित हो कि सभी बंजारा परिवार करीब 15-16 बर्षों से विरनामा तुला पन्चायत के वार्ड नं 01 में झुग्गी झोपङी बनाकर अपने अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। उनके स्थिति इन्सान की तरह नहीं बल्कि जानवरों से भी अधिक बदतर है। कोरोना काल में जहाँ मुफ्त राशन, मास्क और साबुन देने की घोषणा हुई किन्तु बंजारा परिवार आज तक इस लाभ से वन्चित हैं। भाकपा माले नेता महावीर पोद्दार उजियारपुर अंंचलाधिकारी को इन बंजारा की स्थितियोंं से अवगत कराया और मांंग किया है कि अविलम्ब सभी बंजारा परिवार को मुफ्त में तीन महीने का राशन देने, साबुन और मास्क का वितरण करने, इनके घरों और आसपास के इलाके को सेनेटाईज करने, डी डी टी का छिड़काव करने, ब्लिचिंग पाउडर डलवाने का व्यवस्था करने की मांग की है।महावीर पोद्दार ने कहा कि बंजारा को न आधार कार्ड है और न ही राशन कार्ड और वोटर आइ डी कार्ड ही। 15 बर्षों से लगातार वसे रहने के बाबजूद आज तक वासगीत पर्चा भी नहीं मिला। सरकारी प्रमाण पत्र के अभाव में जिल्लत की जिन्दगी जीने को विवश है।
भाकपा माले ने ऐलान किया है कि एक सप्ताह के अन्दर सभी बंजारा परिवार को सभी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती तो आन्दोलन का रास्ता अपनाया जायेगा ।
सुरेश बंजारा, दयाराम बंजारा, रामबाबू बंजारा , उर्मिला, फूलो, रोतिन, पिन्की आदि बंजारा ने बताया हमलोगों को जीवन जीने का कोई साधन नहीं है हमलोगों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो रही है। कोई भी सरकारी सुविधा नहीं मिला है।
समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित ।
Published by Rajesh kumar verma
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