चचरी पुल की जर्जरता से दर्जनों गांव में आने जाने लोगों को हो रही भारी कठिनाई

चचरी पुल की जर्जरता से दर्जनों गांव में आने जाने लोगों को हो रही भारी कठिनाई

जनप्रतिनिधि, विधायक, सांसद की लापरवाही से जनमानस मौत को गले लगाते हुऐ आवाजाही करने पर मजबूर 

     टूटे हुऐ चचरी पुल पर चलने को मजबूर हैं ग्रामीण

कटिहार जिलासंवाददाता जगन्नाथ दास की रिपोर्ट 

 बलरामपुर /कटिहार,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 14 जुलाई, 2020 ) । प्रखंड के महिशाल  पंचायत वार्ड संख्या छ: और सात के बीच विगत वर्ष 2017 के स्विच पुल टूट गया था । लेकिन अब तक पुल का निर्माण नहीं किया गया है ।  जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है । ग्रामीणों ने बताया की जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन को अनेक  बार आवेदन दे चुके हैं, फिर भी इस पुल कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस पुल से दर्जनों गांव के लोगों का आना जाना होता है ।अगर किसी भी गर्भवती महिला या कोई रोगी को अस्पताल ले जाना हो तो हो तो 4 से 5 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है । ग्रामीणों ने बताया विगत 03 वर्षों से चंदा कर चचरी पुल का निर्माण किया गया है , जो इस बार बाढ़ के कारण चचरी पुल भी टूट गया है । जिससे आने जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है । समाजसेवी जगन्नाथ दास ने कहा कि जल्द से जल्द  अगर पुल का निर्माण नहीं होता है तो अग्र आंदोलन करेगा । ग्रामीणों प्रभात कुमार दास, खगेश कुमार दास, संजय दास, तुलसी दास ,चेरु लाल दास, विकास कुमार  दास , सोमनाथ  प्रमाणिक,  रॉकी ठाकुर, आकाश प्रमाणित आदि ने बताया कि कभी भी हादसे का शिकार हो सकता है इसका जिम्मेदार कौन लेगा ।

समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा जगन्नाथ दास की रिपोर्ट प्रकाशित । Published by Rajesh kumar Verma

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