समस्तीपुर शहर की हृदयस्थली काशीपुर की बना नारकीय स्थिति बरसात के जल जमाव से हुआ चलना दुर्लभ

समस्तीपुर शहर की हृदयस्थली काशीपुर की बना नारकीय स्थिति बरसात के जल जमाव से हुआ चलना दुर्लभ

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

सड़क मार्ग में लगा 2-3 फीट पानी कई दिन से हो रहा दृश्यमान

समस्तीपुर,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन  कार्यालय 28 जुलाई ,2020 ) । संजय कुमार, काशीपुर समस्तीपुर निवासी ने आम जनता से कहा है की शहर की हृदयस्थली काशीपुर एरिया की नारकीय स्थिति के लिए आपको शिकायत करने का अधिकार नहीं है । 

ये जो चार तस्वीरें मैंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर चस्पा किया है, यह हमारे मुहल्ले काशीपुर के मुख्य सड़क की है। चारों तस्वीरें एक ही सड़क की है और पिछले कई दिनों से यहाँ की यही स्थिति है।

आपमे से बहुतों लोग प्रशासन या सरकार का पक्ष लेते हुए हमे कह सकते हैं की अभी तो बारिश का मौसम है, इसलिए ये हालात हैं, लेकिन मैं आपको याद दिलाना चाहूँगा की जब बारिश नहीं होती है तब भी ये सड़क शहरवासियों को मुफ्त में नरकलोक का दर्शन ही कराती है। हाँ, फर्क केवल इतना होता है की सड़क पर इतना पानी नहीं होता है। 

आज मंगलवार को जब मैं एक संवाददाता सम्मेलन का कवरेज करने डीएम कार्यालय जा रहा था, तब इस सड़क के किनारे हमारे ही मुहल्ले के एक आदमी ने हमें रोककर कहा की मुहल्ले की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गयी है और आपलोग कुछ करते नहीं हैं। मैं अपनी मोटरसायकल से उतरा और उनको संबोधित करते हुए कहा की चचा आपलोगों को इस स्थिति के लिए सवाल खड़ा करना का अधिकार नहीं रखते हैं।

उन्होने पूछा:- क्यों? मैंने उनको याद दिलाते हुए कहा की बराबर देखेते हैं आपलोगों को चाय दुकान पर, आपलोगों की चर्चा में पाकिस्तान, चीन, धारा 370, एनआरसी, तीन तलाक, मंदिर-मस्जिद, हिन्दू-मुस्लिम आदि मुद्दे ही रहते हैं। मैंने कभी भी आपलोगों को आपकी बुनियादी आवश्यकताएँ जैसे की सड़क, साफ-सफाई, स्वास्थ्य, रोजगार, देश की सार्वजनिक सम्पत्तियों के निजीकरण आदि पर कभी बात या बहस करते नहीं सुना और तो और जब आपलोग चुनाव के समय विधायक या सांसद चुनते हैं तब भी आपके दिमाग में सर्जिकल स्ट्राइक, पाकिस्तान आदि जैसे मुद्दे ही रहते हैं और इसी मुद्दे पर अपना जनप्रतिनिधि चुनते हैं।

हमने उन पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा की आप लोगों की उम्र भले ही कितनी भी हो गयी हो, लेकिन आपकी सोचने की शक्ति पर मौजूदा दौर में लगभग अस्सी फीसदी मीडिया घराना, जो की सत्तापक्ष द्वारा संचालित है, ने कब्जा कर लिया है। आपकी बहस में वही मुद्दा शामिल होता है, जो वह चाहती है और वह कभी नहीं चाहेगी की आप उनकी नाकामयाबियों पर बात करें। तभी तो वह समय-समय पर आपको एक झुनझुना थमा देती है और आपलोग उसे बजाने लगते हैं। रोपोगे पेड़ बाबुल का- तो आम कहाँ से होय! और मैं बिना उनका जवाब सुने वहाँ से निकल गया, क्योंकि हमे पता है उनका जवाब क्या होगा! उपरोक्त वक्तव्य हमारे पत्रकार साथी संजय कुमार ने अपनी कलम से प्रेस को वाट्सएप माध्यम से दिया ।

समस्तीपुर कार्यालय रिपोर्ट राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित । Published by Jankranti

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