सहरसा: कोरोना काल में डेंगू पर भी किया जा रहा वार : डॉ रविन्द्र कुमार
सहरसा: कोरोना काल में डेंगू पर भी किया जा रहा वार : डॉ रविन्द्र कुमार
• प्रत्येक पीएचसी में उपलब्ध है जांच की सुविधा
• प्रचार-प्रसार पर विशेष जोर देने की अपील
डेंगू मलेरिया बुखार को लेकर विचार विमर्श
सहरसा ब्यूरो बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट
सहरसा,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 15 जुलाई, 2020 ) । कोरोना के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार हर संभव प्रयास भी कर रही हैं. लेकिन इस संक्रमणकाल में चुनौती सिर्फ़ कोरोना तक ही सीमित नहीं बल्कि बारिश की शुरुआत होते ही डेंगू का भी खतरा गहराने लगा है. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग कोरोना के साथ डेंगू रोकथाम पर भी कार्य कर रही है ।
जुलाई माह एंटी डेंगू माह के रूप में मनाया जा रहा है:
जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार ने बताया प्रत्येक वर्ष पूरा जुलाई एंटी डेगु माह के रुप में मनाया जाता है। जिले में भी यह माह पूरे महीने मनाया जा रहा है। जिले के सभी प्रखंडों को डेंगू पर जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रचार-प्रसार के लिए निर्देशित भी किया गया है.
प्रत्येक पीएचसी में डेंगू जाँच की सुविधा:
डॉ. रविन्द्र ने बताया डेंगू पर प्रभावी रोकथाम के लिए डेंगू पीड़ित की सही समय पर पहचान किया जाना जरुरी होता है. इसलिए जिले के सभी पीएचसी में डेंगू जाँच की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. साथ ही चिकित्सकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि कोरोना के साथ डेंगू के लक्षण मिलने वाले रोगियों के उपचार में भी किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाये.
डेंगू क्या है:
डेंगू एक वायरस के कारण होता है जो मच्छरों द्वारा फैलता है। डेंगू के वायरस चार प्रकार के होते हैं। डेंगू का बुखार चार प्रकार के वायरस में से किसी एक प्रकार के वायरस के कारण हो सकता है। डेंगू के वायरस को फैलने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता होती है और ये माध्यम मच्छर होते हैं। यदि किसी व्यक्ति को एक बार डेंगू हो जाए तो ठीक होने के बाद शरीर में उस वायरस के लिए एक विशेष एन्टीबॉडी बन जाती है जिस कारण शरीर में उस वायरस के प्रति रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
डेंगू के लक्षण:
• सिर्फ लक्षण देखकर ही नहीं खून की जाँच के बाद ही डेंगू बुखार का पता चलता है.
• डेंगू वायरस से संक्रमित होने के 3 से 14 दिनों के बाद ही किसी व्यक्ति में लक्षण दिखते हैं. ज्यादातर 4 या 7 दिनों के बाद लक्षण दिखना शुरू हो जाते है.
• डेंगू वायरस के खून में फैलने के बाद व्यक्ति को 104 डिग्री तक बुखार भी आ सकता है
• आँखों का लाल होना और दर्द होना
• चेहरे पर गुलाबी दाने दिखना भी डेंगू के लक्षण हो सकते हैं
• भूख न लगना, सिर दर्द, ठंड लगना, बुखार आना। इन चीजों के साथ डेंगू की शुरुआत होती है
• यह सभी लक्षण डेंगू के पहले चरण में होते हैं. ये लक्षण चार दिन तक चल सकते है
• डेंगू के दूसरे चरण में बढ़ा हुआ शरीर का तापमान कम हो जाता है और पसीना आने लगता है। इस समय शरीर का तापमान सामान्य होकर रोगी बेहतर महसूस करने लगता है
डेंगू से ऐसे करें बचाव:
• कूलर का पानी सप्ताकह में एक बार अवश्यत बदलें
• बच्चोंस को ऐसे कपडे पहनाये जिससे उनके हाथ पांव पूरी तरह से ढके रहे
• सोते समय मच्छोरदानी का प्रयोग करें
• मच्छर भगाने वाली दवाईयों/ वस्तु ओं का प्रयोग करें
• टंकियों तथा बर्तनों को ढककर रखें
• आवश्योकता होने पर जले हूये तेल या मिट्टी के तेल को नालियों में तथा इक्कट्ठे हुये पानी पर डालें
• रोगी को उपचार हेतु तुरन्तज निकट के अस्पताल व स्वाोस्य्इक केन्द्रा में ले जाएँ !
इस वार्ता मे डॉ रवीन्द्र कुमार जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी , प्रवीण कुमार वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी , राजेश कुमार ,जिला भी बी डी , सलाहकार तथा , रमण कुमार लिपिक अशफाक उल्लाह डाटा इंट्री आपरेटर तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध थे।
समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा बलराम कुमार शर्मा की रिपोर्ट प्रकाशित ।
Published by Rajesh kumar verma
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