दो पल की जिंदगी दो पल का है तू मेहमान , दो पल में ही बीत जायेगा सब तेरा अरमान..
दो पल की जिंदगी दो पल का है तू मेहमान ,
दो पल में ही बीत जायेगा सब तेरा अरमान..!
@Pramod kumar sinha
Begusarai,Bihar
Begusarai,Bihar ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 15 जुलाई,2020 )
दो पल की जिंदगी दो पल का है तू मेहमान ,
दो पल में ही बीत जायेगा सब तेरा अरमान..!
दो पल का है सारे रिश्ते नाते रहेगा सिर्फ याद ,
दो पल का सुख चैन फिर मौत का है फरमान ,
दो पल की है.........।
दो पल के लिये ही मानव तूने पाल लिया अहम् ,
खाक में सुपुर्द हो जायेगा दो पल में सारा वहम ,
दो पल में ही तस्बीर तेरा टंग ही जायेगा दीबारों पर ,
सच्चाई अच्छाई चले संग तेरे बुरे कर्मों से अब सहम ,
दो पल की.........।।
संसार चला चली का बस दो पल का ही खेला है ,
संचित प्रारब्ध और क्रियमाण कर्म का ही झमेला है ,
दो पल में ही सब कर्मों को समेट यहाँ से है जाना ,
बाजार सब सजा धजा दो पल रंगारंग का मेला है ,
अब तो बिचार ले प्रमोद दो पल में तुम्हें क्या है करना ,
मझधार में नैया तेरी डूबना या उस पार उतरना है ,
दो पल खूब सोच समझ ले आगे यम का फंदा है ,
हरी सुमिरन ध्यान दो पल में ज्योत से ही गुजरना है..।।
समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रमोद कुमार सिन्हा की काव्य रचना प्रकाशित। Published by Rajesh kumar verma
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