अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते है गुरु, परम् सिद्धि प्राप्ति का माध्यम है गुरु

अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते है गुरु, परम् सिद्धि प्राप्ति का माध्यम है गुरु

सोशल डिस्टेंसिंग का किया गया पालन करते हुए भजन कीर्तन व भंडारे का आयोजन

राजीव रंजन कुमार शर्मा की रिपोर्ट 

सिवान,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 05 जुलाई,2020 ) । जीरादेई प्रखण्ड क्षेत्र के भरौली मठ परिसर में परम् गुरु रामनारायण दास जी महाराज के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भक्ति भाव से रविवार को मनाया गया।इस उपस्थित मौके पर भक्तों ने परम् गुरु रामनारायण जी महाराज की पूजा अर्चना व वंदना कर गुरु शिष्य परम्परा को जीवंत किया । जहां अपनी श्रद्धा व सामर्थ्य के मुताबिक भक्तों ने गुरु जी के प्रति अपनी समपर्ण भाव को व्यक्त किया।वहीं गुरु रामनारायण दास ने कहा कि  पूर्ण निष्ठा के साथ माता पिता व गुरु  की सेवा व सम्मान परम् कल्याणकारी होता है जहां सपनों में भी उक्त लोगों की अवहेलना नरक व दुःख का कारण बनता है।आगे उन्होंने कहा कि सदियों से गुरु शिष्य की परंपरा भारतीय सभ्यता व संस्कृति का अंग है व इसको जीवंत रखना हम सबका नैतिक कर्तव्य बनता है।वहीं महाराज जी ने कोरोनावायरस से बचने व सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने का सुझाव दिया।जहां वृज बिहारी दुबे ने कहा कि गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने तथा परम् सिद्धि का सरल माध्यम है।पुरुषोत्तम दास ने बताया कि गुरु साक्षात परमेश्वर है उन्हें मनुष्य समझना महान मूर्खता है क्योंकि गुरु राग ,द्वेष से परे होता है जो केवल विश्व कल्याण का ही बात करता है।इस मौके पर प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार सिंह ,  पूर्व जिला पार्षद लाल बाबू प्रसाद ,  रामेश्वर सिंह , श्रवण कुमार ,विकास सिंह ,बजरंगी सिंह ,नन्द जी चौधरी , रघुवंश दुबे ,उपेंद्र सिंह ,कमलेश राय, इत्यादि सभी गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा राजीव रंजन कुमार शर्मा की रिपोर्ट प्रकाशित । Published by Rajesh kumar verma

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित