राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का 84 वर्ष की आयु में हुआ निधन, मस्तिष्क की सर्जरी के लिए 10 अगस्त से अस्पताल में थे भर्ती

 राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का 84 वर्ष की आयु में हुआ निधन, मस्तिष्क की सर्जरी के लिए 10 अगस्त से अस्पताल में थे भर्ती 

2012 में बने थे देश के 13वें राष्ट्रपति, सभी राजनीतिक दलों में थी उनकी स्वीकार्यता

1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल में देश के वित्त मंत्री बने थे। तब से लेकर राष्ट्रपति बनने तक मंत्रिमंडल के कई पदों वित्त मंत्री, विदेश मंत्री आदि पदों को सुशोभित किया।

 प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत कई हस्तियों ने जताया दुख

जनक्रान्ति कार्यालय संवाददाता सुमन सौरभ सिन्हा की रिपोर्ट 

नई दिल्ली\पटना/समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 31 अगस्त, 2020 ) । देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का 84 वर्ष की आयु में अस्पताल में इलाज के दरम्यान आज उनकी मृत्यु हो गई । उनके निधन की जानकारी उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने संवाददाताओं को दी ।

उन्होंने कहा कि लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था । वे दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती थे ।पूर्व राष्ट्रपति कोरोना संक्रमित भी पाए गए थे । उनके निधन पर देश भर में शोक की लहर दौड़ गई है । बताया जाता है कि 2019 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया । इसके साथ ही पद्म विभूषण से 2008 में सम्मानित भी किया गया । इसके साथ ही देश के रक्षा मंत्री के पद को भी सुशोभित किया ।

वहीं न्यूयॉर्क से प्रकाशित पत्रिका, यूरोमनी के एक सर्वेक्षण के अनुसार, वर्ष 1984 में दुनिया के पाँच सर्वोत्तम वित्त मन्त्रियों में से एक प्रणव मुखर्जी भी थे। उन्हें सन् 1997 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का अवार्ड भी मिला। देश के तेरहवें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का जन्म: 11 दिसम्बर 1935,मृत्यु 31 अगस्त 2020 को हुआ ।उनके निधन की खबर फैलते ही देशभर में शोक की लहर फैल गई । देश के जाने माने राजनेताओं सहित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति, समेत पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, डॉ० कुमार विश्वास, विराट कोहली सहित कई प्रमुख हस्तियों ने इनके निधन पर शोक जताते हुऐ कहा की भारतीय राजनीति में उनका एक अहम कद था और वे सदा प्रयत्न शील रहने वाले व्यक्ति थे । उनके निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुआ है । भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें ।

समस्तीपुर कार्यालय से सुमन सौरभ सिन्हा की रिपोर्ट राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित । Published by Jankranti....

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