जिंदगी ही एक इम्तिहान है, पास या फेल इसकी पहचान है, ।...

 जिंदगी ही एक इम्तिहान है, 

पास या फेल इसकी पहचान है, ।...

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

                                                                     ✍️प्रमोद कुमार सिन्हा 

                                          बेगूसराय, बिहार

बेगूसराय, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 27 अगस्त,2020 ) । 

जिंदगी ही एक इम्तिहान है , 
पास या फेल इसकी पहचान है  , 
निरंतर संघर्ष होता ही रहता है  , 
संघर्ष से उबरना ही जान है  , 
जिंदगी ही एक........ 
पग - पग पर कभी रुलाती है  , 
कभी असफलता दिखलाती है , 
सफलता असफलता भंवर बिच , 
राह भी अनेक दिखलाती है  , 
इसी के लिये सभी कुर्बान हैँ  , 
जिंदगी ही एक....... 
सोचा भी ना होगा दुर्दिन होगा  , 
हर कदम हर पल मुश्किल होगा  , 
मंज़िलें पाना ना आसान होगा  , 
उबर कर आगे बढ़ना घमासान होगा  , 
लो यही तो एक अरमान है  , 
जिंदगी ही एक....... 
बातों में छलांग लगाना अच्छा है  , 
चलकर पहुंचना कितना सच्चा है  , 
पथ विकट कंकरीली कच्चा है  , 
कहते सभी हैँ अभी तो बच्चा है , 
बचपन में सभी को कुछ अरमान है  , 
जिंदगी ही  एक......... 
जिंदगी ना मस्ती ना सुस्ती का है  , 
जीवन जीना तो तंदुरुस्ती का है  , 
यों तो जीवन एक खूबसूरती का है , 
जी है जिसने वो वतनपरस्ती का है , 
चंद पलों का चमक चांदनी समान है  , 
जिंदगी ही एक........ 
उलझनों में उलझता है रात  - दिन  , 
सुलझता नहीं जल्दी तारे गिन - गिन  , 
कट जातें हैँ बिकराल पथ हर दिन  , 
समझ नहीं पाते कटे कैसे चंद दिन  , 
अपूर्ण सपने रह जाते फरमान है , 
जिंदगी ही एक.......।।

समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रमोद कुमार सिन्हा की कविता प्रकाशित । Published by Jankranti.....

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