"राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी करोड़ों युवाओं के लिए होगाआर्शीवाद साबित ": कवि विक्रम क्रांतिकारी

       "राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी करोड़ों  युवाओं के लिए                 होगा आर्शीवाद साबित ": कवि विक्रम क्रांतिकारी

भारत सरकार ने राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत अब युवाओं को केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए अलग-अलग परीक्षाएं नहीं देनी पड़ेगी।

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

पहले सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं को कई परीक्षाएं देनी पड़ती थी,लेकिन अब युवाओं के लिए केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है : कवि विक्रम क्रांतिकारी ( विक्रम चौरसिया - चिंतक /पत्रकार/आईएएस मेंटर /दिल्ली विश्वविद्यालय - अध्येता 

नई दिल्ली, भारत ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 21 अगस्त, 2020 ) । पहले सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं को कई परीक्षाएं देनी पड़ती थी,लेकिन अब युवाओं के लिए केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। भारत सरकार ने राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत अब युवाओं को केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए अलग-अलग परीक्षाएं नहीं देनी पड़ेगी। बल्कि इसके लिए अब सामान्य प्रतियोगिता परीक्षा ली जाएगी ,जिससे दोस्तो देश के करोड़ों युवाओं को फायदा मिलेगा । सबसे अधिक गरीब और जो महिला अभ्यार्थी है उनको राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी को लागू करने से काफी फायदा होगा।


दोस्तों देखा जाए तो यह वक्त की मांगी भी थी और जरूरत भी थी कि सरकार की विभिन्न नौकरियों की भर्ती के लिए अलग-अलग परीक्षाओं के सिलसिले को खत्म किया जाए।
इससे करोड़ों छात्रों को राहत तो मिली ही है इसके साथ ही हमारे देश के संसाधनों की बर्बादी को भी यह रोकेगा ।दोस्तो देखा जाए तो इसका कोई मतलब ही नहीं था कि अभ्यार्थी बैंक ,रेलवे और अन्य सरकारी विभागों के लिए अलग-अलग परीक्षाएं दे लेकिन हमारे देश में ऐसा अभी तक हो रहा था जिससे देश का संसाधन और अभ्यर्थियों का भी शोषण हो रहा था।
देखो  तो इस क्रम में लगभग 20 भरती एजेंसियां अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाएं कराती थी, इसके चलते ही छात्रों को हर परीक्षा के लिए अलग से तैयारी ही नहीं करनी पड़ती थी बल्कि अलग-अलग परीक्षाओं में शामिल होने के लिए फीस भी भरनी  पड़ती थी । अलग-अलग परीक्षाएं होने से छात्रों को इस या उस शहर की दौड़ भी लगानी पड़ती थी। जिसमें सबसे अधिक परेशानी गरीब और महिला अभ्यर्थियों को होती थी। आने जाने का खर्चा रहने का टेंशन ऐसी बहुत सी परेशानियां होती थी।
यही नहीं इसके साथ अभ्यार्थियों को इसकी भी चिंता करनी पड़ती थी थी की कब कौन सी परीक्षा के लिए आवेदन मांगे गए है ..?

इससे मुझे लगता है कि अब मुक्ति मिलेगी सरकारी नौकरियों की तलाश करने वाले करोड़ों युवाओं के लिए बड़ी राहत है। दोस्तों बात केवल यह नहीं है कि राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी अलग-अलग नौकरियों के लिए एक साथ पात्रता परीक्षा आयोजित करेगी, बल्कि यहां यह भी है कि इस परीक्षा की मेरिट लिस्ट 03 साल के लिए मान्य होगी। फिलहाल तो राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी रेलवे और बैंकों के साथ कर्मचारी चयन आयोग के तहत होने वाली भर्तियों के लिए साझा पात्रता परीक्षा आयोजित करेगी । मुझे लगता है कि इसका कारण संभवत उचित व्यवस्था के निर्माण के साथ हर जिले में एक परीक्षा केंद्र बनाने के लक्ष्य को हासिल किया जाना भी है। दोस्तों जो भी हो यह व्यवस्था इस तरह बनाई जानी चाहिए जिससे कि वह पारदर्शी होने के साथ भरोसेमंद भी बने ।

ईमानदारी पूर्वक इसका क्रियान्वयन किया जाए, दोस्तों राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के जरिए होने वाली साझा पात्रता परीक्षा इस प्रकार से होना चाहिए जिससे उसकी विश्वसनीयता को लेकर कहीं कोई सवाल ना उठे , क्योंकि दोस्तों हाल ही में कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगे हैं। इस राष्ट्रीय भरती एजेंसी के जरिए साझा पात्रता परीक्षा की तैयारी के साथ ही मुझे लगता है यह भी उचित होगा कि केंद्रीय सेवाओं में रिक्त पड़े पदों को समय रहते भरने में तत्परता का परिचय दिया जाए। इसी प्रकार के फैसले उम्मीद करता हूं कि राज्य सरकारें भी लेगी जैसा की अभी केंद्र सरकार ने लिया है।


कवि विक्रम क्रांतिकारी ( विक्रम चौरसिया - चिंतक /पत्रकार/आईएएस मेंटर /दिल्ली विश्वविद्यालय - अध्येता

समस्तीपुर कार्यालय रिपोर्ट राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित । Published by Jankranti....

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