समस्तीपुर में वामपंथी दलों के साथ ही अन्य राजनीतिक दलों द्वारा कृषि विधेयक विरोध में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत किया गया भारत बंद

 समस्तीपुर में वामपंथी दलों के साथ ही अन्य राजनीतिक दलों द्वारा कृषि विधेयक विरोध में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत किया गया भारत बंद

सड़क मार्ग को जाम कर किया घंटों आवागमन बाधित 

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

समस्तीपुर जिले के विभिन्न अनुमंडल सहित प्रखंडों में आज केन्द्र सरकार के किसान विरोधी कृषि विधेयक के विरोध में पूर्व से घोषित भारत बंद कार्यक्रम छिटपुट बंदी के साथ ही सफलता पूर्वक विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ ही गैर राजनीतिक दलों द्वारा सड़क जाम, प्रदर्शन ,विरोध धरना प्रदर्शन के साथ ही बंद आंशिक सफल हुआ । 

विस्तार से जिले के अखिल भारतीय किसान सभा,ट्रेड यूनियनों व राजद के आह्वान पर आयोजित भारत बंद के तहत सिंघिया घाट में सड़क जाम किया गया। जाम स्थल पर क्रांति कुमार,राजद प्रखंड अध्यक्ष श्री गंगा प्रसाद यादव एवं किसान नेता कॉमरेड पवन सिंह की संयुक्त अध्यक्षता विरोध सभा का आयोजन किया गया ।

वहीं सभा को संबोधित करते हुए सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड अजय कुमार ने कहा कि अच्छे दिन लाने का वादा करके सत्ता को प्राप्त करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को बर्बाद करने वाला काला कानून लागू करने पर आमदा है।इस कानून से किसानों को का खेत का छीना जाएगा और उनकी जिंदगी तबाह व बर्बाद हो जाएगी।

निजीकरण करके रेल,बैंक,बीमा,एयरपोर्ट सहित शिक्षा के क्षेत्र को निजी हाथों में सौपना चाह रही है।युवाओं को रोजगार देने के बजाय रोजगार का अवसर ही समाप्त किया जा रहा है।इस विषम परिस्थिति को बदलने के लिए जन आंदोलन और भी तेज करना होगा। सभा को डी० वाई० एफ० आई के जिला मंत्री महेश कुमार, खेमयू के कार्यकारी जिला मंत्री ललन कुमार, किसान सभा के अंचल मंत्री श्याम किशोर कमल,सिया प्रसाद यादव, ललन कुमार, कृष्णमूर्ति,

जागेश्वर महतो, एसएफआई जिला अध्यक्ष अवनीश कुमार,केशव झा,बबलू कुमार,वासुदेव पासवान आदि ने संबोधित करते हुए किसान बिल वापस लेने की मांग की। उपरोक्त जानकारी प्रेस श्याम किशोर कमल अंचल मंत्री किसान सभा बिभूतिपुर द्वारा दिया गया ।

वहीं दूसरी ओर किसान विरोधी काला कानून के खिलाफ ताजपुर (समस्तीपुर) में एनएच-28 जाम करते दिखाई दिऐ अखिल भारतीय किसान महासभा एवं भाकपा माले के कार्यकर्ता उनलोगों के द्वारा काला कानून वापस लेने की मांग को लेकर किसानों ने घंटों एनएच-28 का चक्का जाम किया गया । वहीं किसान विरोधी नीतीश- मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने का किया एलान किसान- ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा की हाल ही में लोकसभा एवं राज्य सभा से पास किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस लेने की मांग को लेकर शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान महासभा एवं भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने मोतीपुर खैनी गोदाम से जुलूस निकाला गया ।

सभी कार्यकर्ता अपने -अपने हाथों में झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लिए नारे लगाते हुए कार्यकर्ता बाजार क्षेत्र का भ्रमण कर गांधी चौक पहुंचकर एन एच-28 का चक्का जाम कर दिया. जाम से सड़क की दोनों ओर गाड़ियों का तांता लग गया । मौके पर सभा का आयोजन भी किया गया ।  शंकर सिंह, प्रभात रंजन गुप्ता, कुशेश्वर शर्मा, उपेंद्र शर्मा, मो० साहील, जगदेव सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, रजिया देवी, सोनिया देवी, अनीता देवी, संजीव राय, मुकेश कुमार गुप्ता, मनोज साह, रामबाबू सिंह, अर्जुन शर्मा, मो० गुलाब, जवाहर सिंह, सुखदेव सिंह, रकटू सिंह, मो० साबीर, धर्मेंद्र पासवान, भाकपा माले प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह समेत अन्य नेताओं ने सभा को संबोधित किया।  सभा की अध्यक्षता करते हुए किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि दिए लाभ के लिए मोदी सरकार किसानी को कारपोरेट घराने के हवाले कर रही है. इससे पहले से ही परेशान किसान और अधिक परेशान होंगे.यह कानून किसानों को कम कीमत पर अपने उपज बेचने का मजबूर करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार तीनों काला कानून वापस लें अन्यथा किसान चुनाव में सरकार को मजा चखाएगी. प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से वार्ता कर मांगों पर कारबाई के आश्वासन के बाद जाम समाप्त किया गया।


वहीं दूसरी ओर किसान विरोधी बिल के खिलाफ़ भारत बंद का दिखा व्यापक असर, सीवाईएसएस की रही मह्त्वपूर्ण भागेदारी निभाई ...

सीवाईएसएस नेता सादिक रजा ने कहा की कृषि सम्बंधित तीनों अध्यादेश किसानों को गुलाम बनाने के लिए तथा पूंजीपतियों को मालामाल बनाने के लिए पारित किए गए हैं । केद्र की भाजपा सरकार द्वारा काफ़ी हो हल्ला के बावजूद राज्यसभा में बिना वोटिंग तीन कृषि विधेयक पारित तो कर लिए गये हैं परंतु इसके विरोध में उठ रही आवाज़ों को केंद्र सरकार कोई ऐसा उत्तर देने में सक्षम नहीं दिख रही जिससे विरोध दब सके या देश के किसान और विपक्षी दल संतुष्ट हो सके। तीनों विधेयकों के खिलाफ़ देश भर के किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया था, विभिन्न विपक्षी पार्टियों के साथ आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन सीवाईएसएस भी इस बंद में शामिल रहा।

सीवाईएसएस कार्यकर्ताओं ने राज्य संगठन प्रभारी सादिक़ रज़ा के नेतृत्व में कोल्ड स्टोरेज चौक ताजपुर पर उतर कर चक्का जाम किया। भारी संख्या में किसान, मजदूर, छात्र और नौजवान इस बंद में शामिल रहे। भारत बंद का देश भर में और ताजपुर में भी व्यापक असर दिखा।

उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सादिक़ रज़ा ने कहा कि राज्यसभा में बिना वोटिंग के केंद्र की मोदी सरकार ने गैरलोकतांत्रिक ढंग से ये किसान विरोधी बिल पास किया है। इन तीन अध्यादेशों के माध्यम से किसानों को गुलाम बनाने के लिए तथा पूंजीपतियों को मालामाल बनाने के लिए रास्ते खोल दिये गए हैं। देश में नयी ज़मींदारी प्रथा लागू कर दी गई है। सादिक़ ने आगे कहा कि अगर सरकार किसान विरोधी ये अध्यादेश वापस नहीं लेती है तो हम चरणबद्ध तरीके से सड़क से संसद तक इस लड़ाई को लड़ने का काम करेंगे।

समस्तीपुर कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशक राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित । Published by Jankranti....

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