महिला किसान दिवस के मौके पर सीड्स व सूरज नरायण सेवा समिति के संयुक्त संयोजन में महिला किसानों ने इकट्ठे होकर " बोलेगा बिहार" अभियान के तहत हरेक खेत तक सिच्चाई के लिए सौर ऊर्जा आधारित सोलर पंप का बड़े पैमानें पर उपयोग की माँग की

महिला किसान दिवस के मौके पर सीड्स व सूरज नरायण सेवा समिति के संयुक्त संयोजन में महिला किसानों ने इकट्ठे होकर " बोलेगा बिहार" अभियान के तहत हरेक खेत तक सिच्चाई के लिए सौर ऊर्जा आधारित सोलर पंप का बड़े पैमानें पर उपयोग की माँग की 

     महिला किसान दिवस के अवसर पर शामिल महिलाएं

जनक्रान्ति कार्यालय से मोहिउद्दीननगर से संवाद सूत्र उमा शंकर सिंह की रिपोर्ट

मोहिउद्दीननगर/समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 18 अक्टूबर, 2020 ) । मोहिउद्दीननगर प्रखंड के हसनी गाँव मेंं महिला किसान दिवस के मौके पर सीड्स व सूरज नरायण सेवा समिति के संयुक्त संयोजन में  महिला किसानों ने इकठे होकर " बोलेगा बिहार" अभियान के तहत हरेक खेत तक सिच्चाई के लिए सौर ऊर्जा आधारित सोलर पंप का बड़े पैमानें पर उपयोग की माँग की । 

उक्त मौके पर महिला किसान नेत्री पिंकी कुमारी ने कहा कि किसानों की आय में बढ़ोतरी के लिए सोलर चालित कोल्ड स्टोरेज का निर्माण,सभी स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सोलर ऊर्जा और सोलर उपकरणों का इस्तेमाल,सभी पारम्परिक जलाशयों जैसे आहर,इनारा और जैव विविधता का संरक्षण,सभी लोगो के लिए स्वच्छ वायु के लिए क्लीन एयर एक्शन प्लान का ठोस क्रियान्वयन व स्वच्छ पर्यावरण के लिए गैर मोटर चालित वाहन, 

साईकलिंग और इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा जैसे कार्यो को प्रमुखता दिया जाना चाहिए । वहीं मौके पर अन्य वक्ताओं ने कहा कि महिला किसानों को आसानी से किसान क्रेडिट कार्ड मिले । हरेक फसल का मुफ्त बीमा हो व सुखाड़ के समाधान के लिए बेहतर जल प्रबंधन तथा जलवायु अनुकूल खेती को बढ़ावा दिया जाना चाहिए तब जाकर एक स्वच्छ,खुशहाल और प्रगतिशील बिहार के लिए इन समाधानों पर जन समर्थन मिलना चाहिए।

भारत मे प्रति वर्ष  15 अक्टूबर को राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के रूप में बनाया जाता है ।इसका उद्देश्य कृषि तथा संबंधित क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि करना है। कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है,महिलाये बोआई,रोपाई,उर्वरक डालने,फसल काटने,बोझा ढोने तथा भंडारण इत्यादि सभी  कृषि गतिविधियों में हिस्सा लेती है। स्थानीय आशा पार्वती देवी ने कहा कि पुरुष किसानों की सफलता के पीछे रहनेवाली महिलाओं को भी किसान का वास्तविक दर्जा दिलाना होगा भारत मे करीब छः करोड़ महिलाये खेती का काम मे लगी है ।

हम जब कामकाजी महिलाओं की बाते करते है तो सभी के मन मे हर दिन दफ़्तर जानेवाली महिलाओं की छवि बन जाती है ,लेकिन हम खेत मे हर दिन काम करनेवाले करोड़ो महिलाओं को भूल जाते है। इन्ही करोड़ो महिलाओं को उनका हक  और उनकी आवाज़ बनने के लिए केंद्र सरकार ने उन्हें वर्ष में एक  पूरा दिन दिया है ।आज उन्ही महिला किसानों का दिन है। आप लोग पुरुष प्रधान कृषि क्षेत्र मेंअपनी अलग  पहचान बनाये दिल्ली सीड से प्रियंका कुमारी, सोनी कुमारी,सोनी कुमारी, ऋषिकांत कुमार उपस्थित दर्ज की एवं क्षेत्र की मिला किसान गुड़िया शर्मा,रीता देवी,मनभवती देवी, गुड्डी देवी, धर्मशीला देवी आदि मौजूद रही। 

समस्तीपुर प्रधान कार्यालय से मोहिउद्दीननगर संवाद सूत्र उमाशंकर सिंह की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित। 

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित