जनक्रान्ति उपदेश..... संसार में जन्म लेने के लिए आप मॉं के गर्भ में नौ महीने रुक सकते है तो क्या जीवन बचाने के लिए आप .30 तीस सेकेंड नहीं रुक सकतें....???

 जनक्रान्ति उपदेश.....

संसार में जन्म लेने के लिए आप मॉं के गर्भ में नौ महीने रुक सकते है तो क्या जीवन बचाने के लिए आप .30 तीस सेकेंड नहीं रुक सकतें....???

जनक्रान्ति कार्यालय से अनील कुमार ब्यूरों चीफ का जनसंदेश 

जनक्रान्ति जनसंदेश...
जीवन अमुल्य है, इसकी सुरक्षा हदसे हद तक करनें का अथक करें प्रयास....अनील कुमार🌹🙏🏿

खगड़िया, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 20 दिसम्बर, 2020 ) । संसार में जन्म लेने के लिए आप मॉं के गर्भ में नौ महीने रुक सकते है तो क्या जीवन बचाने के लिए आप .30 तीस सेकेंड नहीं रुक सकतें....???

जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन प्रकाशन परिवार के सदस्य अनील कुमार यादव ने आम लोगों की जीवन रक्षा हेतू अपना संदेश जनता के नाम जारी करते हुए कहा है कि आप संसार में जन्म लेने के लिए माँ के गर्भ में *09 महीने* रुक सकते है और गर्भ से बाहर आने पर चलने के लिए 02 वर्ष, स्कूल में प्रवेश के लिए 03 वर्ष,

मतदान के लिए 18 वर्ष, नौकरी के लिए 22 वर्ष , शादी के लिये 25 -30 वर्ष । इस तरह अनेक मौकों के लिए आप- हम "इंतजार" करते है। लेकिन.... अमुल्य जीवन को बचाने के लिए गाड़ी "ओवरटेक" करते समय *30 सेकंड* भी नही रुकते, आखिर ऐसा क्यों....।।

बाद में *एक्सीडेंट* होने के बाद *जिन्दा* रहे तो एक्सीडेंट निपटाने के लिए *कई घण्टे*, हॉस्पिटल में *कई दिन, महीने या साल* निकाल देते है।

*कुछ सेकंड* की गड़बड़ी कितना *भयंकर परिणाम* ला सकती है। जाने वाले चलें जाते हैं , पीछे वालों का क्या! इस पर विचार किया है क्या... या कभी किया है की नहीं...।

फिर हर बार की तरह, सिर्फ *नियति* को ही दोष ऐसा क्यों..??।।

इसलिये *सही रफ्तार*, *सही दिशा* में व वाहन *संभल* कर चलायें *सुरक्षित* और धीरे चलाकर घर पहुंचे। कहीं किसी प्रकार की अनहोनी नख हो... ऐसा आपके इंतजार में सोचने पर मजबूर घर परिवार जन....

*आपका अपना मासूम परिवार आपका घर पर इंतजार कर रहा है।*

आप से निवेदन है, इसे आगे फैलाने में मदद करें।क्या पता 1% लोग भी मेरे विचार से सहमत हो तो ।।। आपका आभार प्रकाशन परिवार सदस्य अनील कुमार यादव की आलेख रिपोर्ट प्रसारित । 

जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक /सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित । 

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