बिहार राज्य के आँगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे भी हो रहे कुपोषण के शिकार

 बिहार राज्य के आँगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे भी हो रहे कुपोषण के शिकार :- मो० अकबर अली 

बिहार राज्य में एक लाख-14 हजार आँगनबाड़ी केंद्रों पर-सेविका-सहायिका के ऊपर-91 करोड़ 20 लाख रूपये सिर्फ़ वेतन पर होता है खर्च : मो० अकबर अली

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 09 दिसम्बर, 2020 ) । बिहार राज्य के आँगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे भी कुपोषण के शिकार-बिहार राज्य में एक लाख-14 हजार आँगनबाड़ी केंद्रों पर-सेविका-सहायिका के ऊपर-91 करोड़ 20 लाख रूपये सिर्फ़ वेतन पर खर्च होता है। मोहम्मद अकबर अली-प्रदेश महासचिव-(अल्पसंख्यक) बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल ने प्रेस को बताया कि बिहार में समाज कल्याण विभाग के द्वारा-बिहार राज्य में संचालित आँगनबाड़ी केंद्र सिर्फ़ शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है। 

आँगनबाड़ी केंद्रों पर फर्जीवाडा पर लगाम लगाने में हर मोर्चे पर नाकामयाब सुशासन की सरकार साबित हुई है।बिहार में लगभग 01 लाख 14 हजार आँगनबाड़ी केंद्रों पर ' आज भी समाज के कमजोर वर्गों के बच्चों की हालत काफी भयावहता है ' महीने में-25 दिन-गर्म पका हुआ भोजन दिया जांना है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक पहलू यह है कि-राज्य में सप्ताह में एक या दिन बच्चों को सिर्फ़ खिचड़ी दिया जाता हैं। आँगनबाड़ी केंद्रों पर-मैनू के आधार पर-03 वर्ष से 06 वर्ष तक के बच्चों को एक गिलास दुध और एक अंडा देना अनिवार्य है ' गर्भवती महिलाओं को 7-से-8 अंडे देना है।लेकिन आज बिहार सरकार के-प्रखंड बाल विकास पदाधिकारी-कार्यक्रम पदाधिकारी के मिलीमीटर से समाज के गरीबों ' मजदूरों ' शोषितों 'पीडितो के बच्चों को पढाना तो बहुत दूर की बात है। उसे आँगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत सेविका एवं सहायिका के मिलीभगत से ठहरते तक नहीं दिया जाता हैं। बिहार राज्य में आँगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत सेविका को वेतन-4500 सौ रूपये महिने ' जिसमें-3 हजार रूपये ' केंद्र सरकार और 15 सौ रूपये-बिहार सरकार देती है-ठीक उसी प्रकार ' सहायिका को-35 सौ रूपये जिसमें में 3 हजार रूपये केंद्र सरकार और पाँच सौ रूपये बिहार सरकार देती है।बिहार में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों की-सिर्फ़ पिछले दो वर्षों की जाँच की जाएगी तो पता चलेगा कि-समाज को विकास के पथ पर चलाने की बात पूरी तरह बेईमानी " रिश्वतखोरी एवं भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा हुआ है। समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार के द्वारा हर महीने-आँगनबाड़ी के केन्द्रो की जाँच सुनिश्चित की जाएं। जिससे समाज के कमजोर वर्गों के बच्चों की शिक्षा की हालत और स्वास्थ्य की हालतों में सुधार हो। उपरोक्त जानकारी वाट्सएप के माध्यम से मोहम्मद अकबर अली-प्रदेश महासचिव-(अल्पसंख्यक) बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल ने प्रेस कार्यालय को दिया । 

जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित कार्यालय रिपोर्ट ।

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