आदेश के बावजूद भी खाली नहीं हो पाई सरकारी अतिक्रमण वाद की भूमि,ग्रामीणों का कहना है कि अंचलाधिकारी की मिलीभगत से बढ़ता ही जा रहा है अतिक्रमण

आदेश के बावजूद भी खाली नहीं हो पाई सरकारी अतिक्रमण वाद की  भूमि,ग्रामीणों का कहना है कि अंचलाधिकारी की मिलीभगत से बढ़ता ही जा रहा है अतिक्रमण 

जनक्रान्ति कार्यालय से ब्यूरों चीफ बिपिन कुमार यादव की रिपोर्ट 

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 21 दिसम्बर, 2020 ) । समस्तीपुर जिला के रोसड़ा अंचल के एरौत गाँव में सरकारी आदेश के बावजूद  अभी तक अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया है। सरकारी भूमि  के खेसड़ा संख्या 1665,1649,1651, कुल रकवा 20 डिसमल है। जिसे कई वर्षों से स्थानीय लोगों के द्वारा अतिक्रमित किया गया है। लेकिन अंचलाधिकारी रोसड़ा इसे वरीय पदाधिकारी के आदेश के बावजूद भी खाली करवाने में दिलचस्पी नहीं ले रही है।

जबकि अनुमंडल लोक शिकायत पदाधिकारी के  द्वारा भी उक्त अतिक्रमित भूमि को खाली करवाने का आदेश जारी किया गया है।एक तरफ बिहार सरकार अतिक्रमण हटाने के लिए रोज आदेश जारी कर रहे है।

दूसरी तरफ अंचलाधिकारी संरक्षण के बल पर  सरकारी जमीन पर पक्का मकान का निर्माण करवाया जा रहा है। इससे सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने का मामला बढ़ता ही जा रहा है।वही सरकारी राजस्व की क्षति भी हो रही है।लेकिन अंचलाधिकारी रोसड़ा के रवैये से ऐसा लगता है कि वह एरौत गाँव के इस खेसड़ा की साढ़े चार कट्ठा जमीन को खाली नहीं करवाने एवं अवैध रूप से उगाही करने की मंशा से दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।

आखिर अंचलाधिकारी रोसड़ा सरकारी जमीन पर कब्जा धारियों को क्यों नहीं हटाना चाह रहीं है..? यह सवाल ग्रामीण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।एरौत गाँव में वषोॅ से कई लोग सरकारी जमीन पर कब्जा किए हुए है। अंचलाधिकारी रोसड़ा की मिलीभगत से सरकारी जमीन पर कब्जा करने का यह मामला सुर्खियों में इसलिए है कि इससे पहले पत्रकार संजीव कुमार सिंह को उनकी खतियानी जमीन पर न्यायालय में टाईटल रहने के बावजूद भी दो दिन में  खाली करवाने वाली सीओ अम्बिका पाल यादव उक्त सरकारी अतिक्रमित भूमि (खेसड़ा संख्या 1665,1649,1651) पर से इन अतिक्रमणकारियोंं को क्यों नहीं हटा रहीं हैं।

अनुमंडल पदाधिकारी रोसड़ा के पत्रांक 1195 सी के मामले से आदेश जिलाधिकारी के आदेश अनुमंडल लोक शिकायत पदाधिकारी के आदेश के बाद भी इसे खाली नहीं करवाया जा रहा है। आखिर सीओ पर किसी भी अधिकारी के आदेश का कोई असर नहीं होना अतिक्रमण कारियों के साथ अंचलाधिकारी की मिलीभगत का संकेत मिल रहा है। वही गाँव में तनाव का माहौल बना हुआ है। इधर एसडीओ रोसड़ा ब्रजेश कुमार के द्वारा इस मामले में सीओ से की गयी कार्रवाई की रिर्पोटिंग का प्रतिवेदन की मांग की है,।

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा ब्यूरों बिपिन कुमार यादव की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित